देहरादून ।दून विश्वविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव के तत्वावधान में तीन दिवसीय कार्यक्रम 13 अगस्त से 15 अगस्त के तहत आज भारत का स्वतंत्रता दिवस बड़े उल्लास के साथ मनाया गया। दून विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों, अशैक्षणिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों, एनसीसी कैडेट्स, रिसर्च स्कॉलर्स के साथ अन्य विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। दून विश्वविद्यालय में स्थापित एनसीसी के कैडेट्स ने भारत के तिरंगे को सलामी दी। आज के कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम, गायन, दौड़ प्रतियोगिता इत्यादि का आयोजन भी किया गया।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने अपने उद्बोधन में आजकल के छद्म बुद्धिजीवियों पर प्रहार करते हुए कहा कि कहा कि किसी भी व्यक्ति के बौद्धिक होने का लाभ तभी है जब वह अपनी बौद्धिकता का प्रयोग करते हुए धरातल पर देश की उन्नति के लिए कार्य करें। हमारे लिए तो सही मायने में बौद्धिक लोग गौरा देवी, रानी गाइंड्युली, ऊदा देवी, मक्का पासी, भगत सिंह, सद्गुरु, बिस्मिल्लाह खान और महात्मा गांधी जैसे लोग हैं। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव और भी सार्थक इसलिए हो जाता है की आज की नारी विभिन्न क्षेत्रों में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही है। आज की महिला लड़ाकू विमान उड़ा रही है, इन्फेंट्री में शामिल हो रही है।
आज के कार्यक्रम में दून विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति प्रोफेसर गजेंद्र सिंह भी उपस्थित थे जिन्होंने दून विश्वविद्यालय की नींव रखी। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक जगत का नेतृत्व करने की क्षमता इस विश्वविद्यालय में है, आवश्यकता है कि हम उस दिशा में बढें। इस अवसर पर उन्होंने अपनी तरफ से महिला और पुरुष विद्यार्थियों के लिए एक-एक ऑल राउंडर प्रदर्शन के लिये स्कॉलरशिप देने घोषणा की।
इस अवसर पर आजादी की दौड़ प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसमें विवि के विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने बढ चढ कर भाग लिया। और प्रथम तीन विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। आजादी दौड़ का आयोजन डॉक्टर सुनित नैथानी ने किया।
स्वतंत्रा दिवस के कार्यक्रम में मंच का संचालन डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर एच सी पुरोहित के द्वारा किया गया. विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ एमएस मंद्रवाल, प्रो आरपी मंमगई, प्रो कुसुम अरुणांचलम, प्रो हर्ष डोभाल, डॉ रीना सिंह, डॉ राजेश भट्ट, डॉ नरेंद्र रावल, डॉ अरुण कुमार, डॉ प्रीति मिश्रा, डॉ राकेश भट्ट, डॉ अजीत पंवार, डॉ सुनीत नैथानी, डॉ स्मिता त्रिपाठी, डॉ अर्चना शर्मा, उप कुलसचिव नरेंद्र लाल, डॉ दीपिका भाटिया, डॉ सुधांशु जोशी, डॉ चेतना पोखरियाल सहित समस्त शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।