देहरादून । विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर दून मेडिकल कॉलेज में तम्बाकू निषेध को लेकर जागरूकता के लिए “आओ गाँव चलें उत्तराखण्ड को तम्बाकू मुक्त करें”, अभियान का स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत, चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति डा हेमचंद्र पांडेय, स्वास्थ्य महानिदेशक डा शैलजा भट्ट व महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा डा आशीष श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।कार्यक्रम में अंडमान निकोबार के उप राज्यपाल एडमिरल डी. के. जोशी ने बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हर स्कूल कॉलेज का कैंपस तंबाकू मुक्त होगा और साथ ही हर ब्लॉक में दो गांव तंबाकू मुक्त होंगे। 2025 तक 15 फीसद लोग को तंबाकू छुड़वाने का संकल्प लें।इस खास अवसर पर प्रदेश की सभी चिकित्सा इकाई, ग्राम पंचायत, गांव, प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, उच्च शिक्षा के समस्त महाविद्यालय व कार्यालयों में एक साथ लाखों लोगों ने तंबाकू का निषेध करने की शपथ ली।
मुख्य अतिथि एडमिरल डीके जोशी ने कहा कि कार्यक्रम की थीम ‘आओ गांव चलें, उत्तराखंड को तंबाकू मुक्त करें’ में अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने का संकल्प है। उत्तराखंड में फेफड़ों से संबंधी दिक्कत ज्यादा है। इसका एक बड़ा कारण धूमपान भी है। गांव–गांव तक पहुंचने के संकल्प के साथ शुरू हुए इस अभियान की सफलता की कामना करता हूं। मुख्य अतिथि ने उपस्थित छात्रों, फैकल्टी व अन्य लोग को तंबाकू से दूर रहने की शपथ दिलाई।
महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया। कहा कि तंबाकू से होने वाली बीमारियों का जोखिम बढ़ा है। अच्छी बात ये है कि भावी पीढ़ी के रूप में आंकड़े उम्मीद जगा रहे हैं। संकल्प लें कि न खुद तंबाकू का सेवन करेंगे और न अपने परिचित को करने देंगे। टीबी एंड चेस्ट के विभागाध्यक्ष डा अनुराग अग्रवाल ने तंबाकू से होने वाले नुकसान की जानकारी दी।कहा कि तंबाकू जन स्वास्थ्य के साथ ही पर्यावरण को भी अत्यधिक नुकसान पहुंचा रहा है।