देहरादून।उक्रांद ने 2022 के लिये अपना घोषणा पत्र जारी किया है जिसके तहत सख्त भूक़ानून ,स्थायी राजधानी गैरसैण, बेरोजगारी दूर करने के लिये दीर्घकालिक नीति,शिक्षा नीति को प्रभावी एवं रोजगारपरक बनाया जाएगा, राज्य के हर आदमी को स्वास्थ्य सुविधा दिया जाना, पर्वतीय राज्य की अर्थव्यवस्था मूलतः कृषि, बागवानी, पशुपालन, कुटीर उद्योग और पर्यटन पर निभर्र है इसलिए उक्रांद इन सभी पर बेहतर काम करने के लिये वचनबद्ध इसके साथ कृषि बागवानी, पशुपालन, चकबंदी, पर्यटन, तीर्थाटन,जलसंसाधन की बेहतर नीति बनाने, बड़े, लघु एवं कुटीर उद्योग,पंचायतीराज एवं स्थानीय निकायों को मजबूत करने,महिलाओं की सुरक्षा,भ्रष्टाचार मुक्त को प्राथमिकताओं में रखा गया है।
उक्रांद के केन्द्रीय अध्यक्ष काशीसिंह ऐरी ने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश के बहुमूल्य विगत पांच वर्ष अनुभवहीन लोगों को सत्ता देने के कारण व्यर्थ हो गए हैं ।प्रचंड बहुमत का जो फायदा राज्य को मिलना चाहिए था वह अभिशाप बनता दिखाई दे रहा है। केन्द्रीय अध्यक्ष ऐरी ने कहा कि पिछले पांच वर्ष भाजपा सरकार ने मौज मस्ती में काट दिये। सरकार में अनुभवहीनता, अकर्मण्यता, दिशाहीनता,और अहंकार भरा दम्भ दिखाई दिया।जंहा प्रचंड बहुत से सरकार ने जनहित के काम करने थे, वंही सरकार ने अहंकार से भरे होने के कारण जनता की भावनाओं और हितों पर कुठाराघात किया। जनता की मूलभूत आवश्यकतओं की घोर अनदेखी व अवहेलना की है।एक के बाद एक गलत निर्णय लिये गये और अब चुनावों में हार की डर से वे निर्णय वापस लिये जा रहे हैं। विना व्यापक विचार विमर्श व आम राय के जिला विकास प्राधिकरण ,गैरसैण कमिश्नरी बनाना ,भारी विरोध के बाद भी देबस्थानम बोर्ड बनाना और भूक़ानून बदलना ये सभी कार्य जन विरोधी तो थे ही साथ ही इसमें करोड़ों रुपये खर्च हुए और बहुमूल्य पाँच वर्ष बर्बाद किए गए और अंत मे सभी वापस लेने पड़े हैं।
श्री ऐरी ने कहा कि इस सरकार का सबसे घातक कार्य उत्तराखंड के भूक़ानून में बदलाव करना था,जिसने पूरे उत्तराखंड को झकझोर दिया है। उत्तराखंड की वेश कीमती जमीनो को धनाढ्य लोगों के हाथ बेचने का कुचक्र इस भाजपा सरकार ने रचा है वह अभी भी बदस्तूर जारी है।जनता का भारी विरोध होने के बाबजूद बाहरी धनाढ्य लोगों को भूमि बेचने की असिमित खुली छूट जारी रखना उत्तराखंड के हितों पर कुठाराघात करना है। भूक़ानून के लिए कमेटी बनाकर सरकार जनता को गुमराह कर रही है।यदि थोड़ा सा भी यह सरकार संवेदनशील होती तो जनता का हित देखकर तुरंत भूक़ानून के लिये अध्यादेश लाती लेकिन ऐसा न कर सरकार बाहरी लोगों को खरीद फरोख्त करने का समय प्रदान कर रही है। जनता इस सब नाटक को बहुत अच्छे से देख रही हैऔर 2022 चुनाव में सबक सिखाने को तैयार है।वास्तव में भाजपा को सरकार चलाना और काम करना नही आता है।उत्तराखंड जैसे छोटे प्रदेश में जब तक क्षेत्रीय दल सत्ता में नही आएगा और ये दिल्ली शासित दल सत्ता चलाते रहेंगे तब तक प्रदेश का भला होने वाला नही है। ।उत्तराखंड क्रांतिदल ही एकमात्र दल है जिसके पास उत्तराखंड के समग्र विकास का विजन है जो उत्तराखंड को विकास की राह में ले जा सकने एवं खुशहाल प्रदेश बना सकने में समर्थ है। उक्रांद ने 2022 के लिये अपना घोषणा पत्र जारी किया ।
इस कार्यक्रम में संरक्षक बी डी रतूडी, पुष्पेश त्रिपाठी, चन्द्र शेखर कापड़ी , ए पी जुयाल, डॉ शक्तिशैल कपरूवान, किशन मेहता,ललित बिष्ट,जयप्रकाश उपाध्याय,बहादुर सिंह रावत,राजेन्द्र सिंह बिष्ट, दीपक रावत ,किरण रावत,राज नितिन रावत,केन्द्रपाल सिंह तोपवाल आदि मौजूद रहे।
देहरादून।सेलाकुई क्षेत्र में 11 वर्षीय बालक अरमान की हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया…
देहरादून।उत्तराखंड निकाय चुनावों में इस बार राजनीतिक पार्टियों से ऊपर उठकर योग्य और कर्मठ निर्दलीय…
देहरादून।उत्तराखंड सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EWS) को आरक्षण प्रदान करने हेतु आय…
रूद्रप्रयाग।देवरियाताल-चोपता ट्रैक पर जंगल में भटककर घायल हुए तीन यात्रियों को संयुक्त टीम ने साहसिक…
हरिद्वार।थाना पथरी क्षेत्र के ग्राम इक्कड कलां में विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के…
देहरादून।उत्तराखंड सरकार की सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) ने उत्तराखंड यूसीसी पोर्टल के लिए एक…