नई दिल्ली।पीआईबी।केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने आज अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय नर्सिंग परिषद ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से किया था। अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती पर मनाया जाने वाला एक वैश्विक कार्यक्रम है, जो नर्सों को स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उनके परिश्रम और समाज की सेवा के लिए सम्मान देने के लिए है।
डॉ. भारती प्रवीण पवार ने राष्ट्र के प्रति समर्पित सेवा के लिए पूरी नर्सिंग बिरादरी को बधाई देते हुए कहा कि, “नर्स स्वास्थ्य सेवा उद्योग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और एक डॉक्टर और रोगी के बीच सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं। नर्सें ही वो हीरो होती हैं जो अपने मरीजों की ज़रूरतों को पूरा करती हैं, चाहे वह दिन हो या रात, उनके चेहरे पर इंकार का कोई भाव नहीं होता हे। वे स्वास्थ्य सेवा उद्योग की रीढ़ हैं, जो रोगियों की सभी आवश्यकताओं का बिना थके ध्यान रखती हैं।”
कोविड महामारी में नर्सिंग बिरादरी की उल्लेखनीय भूमिका की सराहना करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. पवार ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान नर्सों द्वारा किए गए योगदान को धन्यवाद देने के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। यह हमें इस नेक पेशे के लिए कृतज्ञता और सम्मान के गहरे विचार से भर देता है। उन्होंने आगे कहा कि नर्सिंग वर्तमान में स्वास्थ्य क्षेत्र में सबसे बड़ा व्यावसायिक समूह है, जो संख्या के तौर पर कुल स्वास्थ्य पेशेवरों का 59% है और सबसे पहले रोगी का इन्हीं से संपर्क होता है और यह स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली में उनकी भूमिका को और अधिक महत्वपूर्ण बना देता है। उन्होंने कहा कि मजबूत नर्सिंग क्षेत्र एक मजबूत स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की एक आवश्यक निर्माण कड़ी है। नर्सें अस्पतालों की नींव होती हैं। वे स्वास्थ्य देखभाल का प्रमुख अंग हैं। नर्सें किसी व्यक्ति और किसी समुदाय के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा कि नर्सिंग में निवेश से बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं और बीमारी की रोकथाम के माध्यम से सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के हमारे उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
नर्सिंग क्षेत्र में सरकार की पहल पर प्रकाश डालते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. पवार ने एक प्रौद्योगिकी मंच ‘नर्स पंजीकरण और ट्रैकिंग सिस्टम’ के बारे में बताया जो नर्सों का एक लाइव रजिस्टर है और इसे भारतीय नर्सिंग परिषद और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने विकसित किया है। भारतीय नर्स लाइव रजिस्टर एक ऑनलाइन रजिस्ट्री है जो वर्तमान में कार्यरत नर्सों की नवीनतम जानकारी प्रदान करती है, जिससे सरकार को भारत में नर्सिंग पेशेवरों के लिए बेहतर जनशक्ति योजना और नीति बनाने में मदद मिलती है। इसके अलावा, भारतीय नर्सिंग परिषद (आईएनसी) ने नर्सिंग संकाय को अत्याधुनिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए दिल्ली एनसीआर में एक कौशल सिमुलेशन प्रयोगशाला भी स्थापित की है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, आईएनसी ने क्रिटिकल केयर रेजीडेंसी प्रोग्राम में नर्स प्रैक्टिशनर को विकसित किया है और बुजुर्ग (जेरियाट्रिक) और मनोरोग चिकित्सा (साइकियाट्री) नर्सिंग में विशेष पाठ्यक्रम अभी पाइपलाइन में हैं।
Spread the love नई दिल्ली।पीआईबी।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुजरात के भरूच में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उत्कर्ष समारोह को संबोधित किया। यह कार्यक्रम जिले में राज्य सरकार की चार प्रमुख योजनाओं के शत-प्रतिशत सैचुरेशन का उत्सव है, जो जरूरतमंद लोगों को समय पर वित्तीय सहायता प्रदान करने में मदद करेगा। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल उपस्थित थे। क्षेत्र की महिलाओं ने प्रधानमंत्री को एक विशाल राखी भेंट की, उनके स्वास्थ्य और लंबे जीवन की कामना की और देश में महिलाओं की गरिमा और जीवन को आसान बनाने के लिए उनके द्वारा किए गए सभी कार्यों के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत की। एक दृष्टिबाधित लाभार्थी से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री ने उनकी बेटियों की शिक्षा के बारे में जानकारी ली। पिता की परेशानी को लेकर बेटी भावुक हो गई। स्पष्ट रूप से प्रभावित प्रधानमंत्री ने उन्हें बताया कि उनकी संवेदनशीलता ही उनकी ताकत है। प्रधानमंत्री ने यह भी पूछा कि उन्होंने और उनके परिवार ने ईद कैसे मनाई। उन्होंने टीका लगवाने और अपनी बेटियों की आकांक्षाओं को पोषित करने के लिए लाभार्थी को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने एक महिला लाभार्थी से बातचीत की और उसके जीवन के बारे में पूछा और गरिमापूर्ण जीवन जीने के उसके दृढ़ संकल्प की प्रशंसा की। एक युवा विधवा ने अपने बच्चों को एक अच्छा जीवन देने की अपनी यात्रा के बारे में प्रधानमंत्री को बताया। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि उन्हें छोटी बचत में शामिल होना चाहिए और अधिकारियों से उनकी दृढ़ निश्चयी यात्रा में उनका समर्थन करने के लिए कहा। सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का ये उत्कर्ष समारोह इस बात का प्रमाण है कि जब सरकार ईमानदारी से, एक संकल्प लेकर लाभार्थी तक पहुंचती है, तो कितने सार्थक परिणाम मिलते हैं। उन्होंने भरूच जिला प्रशासन को, गुजरात सरकार को सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी 4 योजनाओं के शत-प्रतिशत सैचुरेशन के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों के बीच संतोष और विश्वास के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आदिवासी, अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यक समुदायों के कई नागरिक जानकारी के अभाव में योजनाओं के लाभ से वंचित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सबका साथ सबका विश्वास की भावना और ईमानदार इरादे हमेशा अच्छे परिणाम देते हैं। सरकार की आगामी 8वीं वर्षगांठ के बारे में चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार के 8 वर्ष ‘सेवा व्यवस्था और गरीब कल्याण’ को समर्पित रहे हैं। उन्होंने अपने प्रशासन की सफलताओं का श्रेय उस अनुभव को दिया जो उन्होंने अभाव, विकास और गरीबी के बारे में सीखने वाले लोगों में से एक के रूप में प्राप्त किया था। यह कहते हुए कि वह गरीबी के व्यक्तिगत अनुभव और आम लोगों की जरूरतों के अनुसार काम करते हैं, उन्होंने कहा कि हर पात्र व्यक्ति को योजना का पूरा लाभ मिलना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात की धरती ने उन्हें सिखाया है कि वे अपनी ख्याति के कारण आराम न करें और वे हमेशा नागरिकों के कल्याण के दायरे और कवरेज में सुधार और विस्तार करने का लक्ष्य रखते हैं। “सैचुरेशन मेरा सपना है। हमें शत-प्रतिशत कवरेज की ओर बढ़ना चाहिए। सरकारी तंत्र को इसकी आदत डालनी चाहिए और नागरिकों में एक विश्वास पैदा करना चाहिए।” प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में जब आपने हमें सेवा का मौका दिया था तो देश की करीब-करीब आधी आबादी शौचालय की सुविधा से, टीकाकरण की सुविधा से, बिजली कनेक्शन की सुविधा से, बैंक अकाउंट की सुविधा से वंचित थी। इन वर्षों में हम, सभी के प्रयासों से अनेक योजनाओं को शत प्रतिशत सैचुरेशन के करीब ला पाए हैं। प्रधानमंत्री ने आह्वान करते हुए कहा कि 8 वर्षों के बाद, हमें नई दृढ़ता और नए संकल्प के साथ खुद को फिर से समर्पित करने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि शत-प्रतिशत लाभार्थियों की कवरेज यानि हर मत, हर पंथ हर वर्ग को एक समान रूप से सबका साथ, सबका विकास। गरीब कल्याण की हर योजना से कोई छूटे ना, कोई पीछे ना रहे। इससे तुष्टीकरण की राजनीति भी खत्म हो जाती है। सैचुरेशन का अर्थ है कि लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने क्षेत्र की विधवा बहनों द्वारा उन्हें दी गई राखी के रूप में शक्ति देने के लिए महिलाओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छाएं उनके लिए ढाल की तरह हैं और उन्हें और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी के प्रयासों और विश्वास के कारण वह लाल किले की प्राचीर से सैचुरेशन के उद्देश्य की घोषणा कर सके। उन्होंने कहा कि यह सामाजिक सुरक्षा का बहुत बड़ा कार्यक्रम है। उन्होंने इस अभियान को ‘गरीब को गरिमा’ के रूप में परिभाषित किया। गुजराती में बोलते हुए, प्रधानमंत्री ने भरूच की वाणिज्यिक और सांस्कृतिक विरासत को याद किया। उन्होंने भरूच के साथ अपने लंबे जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने औद्योगिक विकास और स्थानीय युवाओं की आकांक्षाओं की पूर्ति और विकास की ‘मैन लाइन’ पर भरूच का स्थान का स्थान होने के बारे में चर्चा की। उन्होंने अर्थव्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य और कनेक्टिविटी जैसे नए क्षेत्रों में संभावनाओं के बारे में भी बात की।