मत्स्य प्रजातियों पर आधारित डाटा सेंटर मत्स्य संपदा से मत्स्य समृद्धि के द्वार खोलेगा : प्रोफेसर पुरोहित

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देहरादून ।  राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय टिहरी गढ़वाल द्वारा आयोजित ‘डेटाबेस सेंटर फॉर हिमालयन फिश’ विषय पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए दून विश्वविद्यालय के प्रबंध शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एच सी पुरोहित ने कहा कि भारत दुनिया की उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक है जनसंख्या की दृष्टि से हम विश्व के दूसरे बड़े राष्ट्र हैं जीडीपी के आंकड़ों में हम दुनिया की छठवीं बड़ी आर्थिक शक्ति है और हमारी अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र का स्थान महत्वपूर्ण है, मत्स्य पालन तथा नीली क्रांति का अर्थव्यवस्था में बढ़ता योगदान इस क्षेत्र के महत्व को इंगित करता है । मत्स्य उद्योग में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लगभग तीन करोड़ लोग कार्यरत है परंतु विज्ञान व प्रौद्योगिकी के दौर में ज्ञान आधारित अर्थ तंत्र के विकसित होने से सेवा क्षेत्र का योगदान देश की जीडीपी में सर्वाधिक है जिसका मुख्य केन्द्र डाटा पर ही आधारित है क्योंकि डाटा की उपलब्धता सूचना का मुख्य स्रोत है और सूचना से ही ज्ञान आधारित तत्र विकसित होगा जो सेवा क्षेत्र का प्रमुख आयाम है, इसलिए मुझे विश्वास है कि यह डाटा सेंटर मत्स्य पालन से संबंधित वैज्ञानिक सूचनाओं को संग्रहित कर इस उद्योग से जुड़े उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय मानक के आधार पर हिमालय क्षेत्र की मछलियों के रखरखाव, पालन एवं विपणन इत्यादि के संबंध में आवश्यक जानकरियां साझा करने मे सहायक होगा जो ग्रामीण स्तर पर रोजगार के अवसर उत्पल करने के साथ ही उधमिता के विकास को प्रोत्साहित करेगा।

प्रोफ़ेसर पुरोहित ने कहा कि आम व्यक्ति तक मत्स्य पालन से संबंधित वैज्ञानिक जानकारियां किस प्रकार पहुंचे यह इस डाटा सेंटर के स्थापित होने से सम्भव हो सकेगा जिससे यह उद्योग अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में सफल हो सके। उन्होंने डाटा सेंटर की स्थापना से संबंधित आवश्यक जानकारियां विद्यार्थियों के साथ साझा की। इस अवसर पर वरिष्ठ मत्स्य निरीक्षक श्री अमोद नौटियाल ने हिमालय क्षेत्र की विभिन्न मछलियों की प्रजातियों एवं उनके प्रजनन प्रक्रिया पर विस्तार से प्रकाश डाला । कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफ़ेसर रेनू नेगी ने महाविद्यालय में संचालित शैक्षणिक गतिविधियों की विस्तार से जानकारी देते हुए डाटा सेन्टर का महत्व स्पष्ट किया। डाटा सेंटर की नोडल ऑफिसर एवं जन्तु विज्ञान की अध्यक्ष डॉ कविता काला ने डांटा सेंटर की स्थापना के उद्देश्य स्पष्ट करते हुए अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद डॉक्टर सुमन सिंह गुसाई ने किया ।

इस अवसर पर डॉ के के बंगवाल, डॉक्टर पदमा वशिष्ठ, डाँ साक्षी शुक्ला, डाँ पष्पा पंवार, डाँ हेम लता बिश्ट सहित महाविद्यालय के विद्यार्थी एवं शिक्षक उपस्थित रहे।

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