देहरादून।सोशल मीडिया के माध्यम से लोक कलाओं की विधाओं को अपनी आवाज देने वाले कलाकारों को अब अपने को स्थापित करने के लिए बेहतर माध्यम बन गया है।ऐसी ही कला को समर्पित 50 वर्षीय सीमा गुसाईं के जागर और भजन धूम मचाये हुए है।
जनपद रुद्रप्रयाग के ग्राम छिनका पोस्ट -घोलतीर की रहने वाली सीमा गुसाईं की उम्र 50 साल की हैं।
सीमा गुसाईं लोकलाकारी में दस साल से कार्य कर रही है। सीमा उत्तराखंड के। लोकगीतों के अलावा भजन व उत्तराखंड के देवी देवताओं के नाम से जागर गाया करती है।सीमा गुसाईं जागर व भजन के साथ साथ महिला रामलीला में प्रत्येक पात्र का किरदार भी निभाती आरही है।।
सीमा गुसाईं का मां उफराई चैनल में एक नया जागर रिलीज हुआ है।। ये। जागर से प्रतीत होता है हमारी उत्तराखंड की संस्कृति व परंपरा की पहचान ।
सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप सिंह नेगी समाजिक ने बताया सीमा गुसाईं की तरह उत्तराखंड राज्य में बहुत सी मात्र शक्ति देवी देवताओं के नाम से जागर गाया करती है। लेकिन उनको अभी उत्तराखंड लोकसांकतिक मंच तक पहुंचने के लिए दिक्कतो का सामना करना पड़ता है।