100 करोड़’ कमाने वाली पहली भारतीय फिल्म

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एक दौर था जब फिल्मों की सफलता उनके ‘सिल्वर जुबली’ या ‘डायमंड जुबली’ होने से मापी जाती थी. उस दौर में फिल्में देखने का सिर्फ और सिर्फ एक ही जरिया था, सिनेमा हॉल. इसीलिए अगर कोई फिल्म 25 हफ्ते, 50 हफ्ते या 75 हफ्ते थिटर में टिक गई, तो उसे सुपर-डुपर हिट करार दे दिया जाता था.
लेकिन फिर समय बदला. अब फिल्में टीवी पर आने लगीं. इंटरनेट अपने साथ एक अलग ही किस्म की क्रांति लेकर आया. अब लोग फिल्में डाउनलोड भी कर सकते हैं और दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते हैं. मल्टीप्लेक्स के इस दौर में कोई भी फिल्म 2-3 महीनों से ज्यादा थिएटर में टिक नहीं पाती. इसलिए फिल्म की सफलता मापने का नया तरीका निकला: 100 करोड़ क्लब.
100 करोड़ क्लब कमाई मापने का एक अनऑफिशियल जरिया है, लेकिन अब बड़े-बड़े स्टार्स और निर्देशक भी अपनी फिल्म की सफलता इसी से मापते हैं. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 100 करोड़ कमाने वाली बॉलीवुड की पहली फिल्म आज से 3 दशक पहले रिलीज हुई थी.
दुनियाभर में 100 करोड़ का बिजनेस करने वाली पहले फिल्म 1982 में रिलीज हुई ‘डिस्को डांसर’ थी. इस फिल्म में सुनहरे, चमकीले कपड़ों में लिपटे मिथुन दा जब डिस्को की धुन पर ठुमके लगाते थे, लड़कियां बेहोश हो जाती थी, लड़के दीवाने हो जाते थे. ‘डिस्को डांसर’ के निर्देशक बाबर शाह थे और इसकी कहानी राही मासूम रजा ने लिखी थी. इस फिल्म ने रूस के बॉक्स ऑफिस पर कमाल की कमाई की और वहीं से 90 करोड़ का बिजनेस कर लिया.
इसके बाद यह ‘100 करोड़’ का ताज पाने के लिए हिंदी सिनेमा को करीब 12 साल का इंतजार करना पड़ा. फिर आई साल 1994 की वो फिल्म जिसने आने वाली कई पीढ़ियों के लिए एक मील का पत्थर स्थापित कर दिया. यह फिल्म थी राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’. सलमान खान और माधुरी दीक्षित की इस फिल्म ने भारत में ही 100 करोड़ से अधिक की कमाई कर डाली. इस फिल्म की एक खास बात और है कि माधुरी ने इस फिल्म के लिए सलमान खान से ज्यादा फीस ली थी.
लेकिन 100 करोड़ का ये सिलसिला फिर से थम गया और फिर एक दशक से भी लंबे समय के अंतराल के बाद 2008 में बॉक्स ऑफिस का 100 करोड़िया व्रत टूटा.
साल 2008 में आई आमिर खान की फिल्म ‘गजनी’ ने भारत में 100 करोड़ से ऊपर की कमाई की. इसके बाद तो आमिर ने 100 करोड़ फ़िल्मों की झड़ी लगा दी.
3 इडियट्स (2009), धूम 3 (2013), पीके (2014) और दंगल (2016) जैसी फिल्में इस क्लब को 200, 300, 500 और 700 करोड़ तक आगे बढ़ाती रहीं.
100 करोड़ क्लब का यह आइडिया फिल्मी दुनिया से जुड़े लोगों को भी इतना पसंद आया कि साल 2012 में जी सिने अवार्ड्स ने अपने अवार्ड की कैटेगरी में एक नाम जोड़ दिया, “दि पावर क्लब बॉक्स ऑफिस” और इसमें उन निर्देशकों की फिल्में शामिल की गईं जिन्होंने 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी.
यदि गुजरे हुए सालों में पैसे की कीमत को बराबर कर दिया जाए तो आज की कीमतों के हिसाब से साल 1940 में आई फिल्म ‘जिंदगी’ 100 करोड़ कमाने वाली पहली भारतीय फिल्म मानी जाएगी. इस फिल्म के निर्देशक थे पीसी बरुआ और इसकी कहानी जावेद हुसैन ने लिखी थी.
इसी हिसाब से बाहर के देशों में 100 करोड़ से ज्यादा कमाने वाली पहली भारतीय फिल्म राज कपूर की बहुत मशहूर फिल्म ‘आवारा’ थी. साल 1951 में आई इस फिल्म में राज कपूर के साथ नर्गिस थीं और यह फिल्म रूस में सुपर डुपर हिट रही थी.
आज की तारीख में 100 करोड़ का यह क्लब बहुत बड़ा हो चुका है और सलमान खान, शाहरुख खान, अक्षय कुमार, रोहित शेट्टी जैसे नाम इस क्लब के परमानेंट मेंबर बन चुके हैं.
साल 2017 में बाहुबली और दंगल ने एक 1000 करोड़ के क्लब की भी शुरुआत की है लेकिन 100 करोड़ के लीडर तो अपने मिथुन दा ही थे, क्या रे!

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