देहरादून। उत्तराखंड की मलिन बस्तियों को मालिकाना हक़ दिलाने के लिए कांग्रेस ने राज्यभर में संघर्ष का बिगुल फूंक दिया है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और उत्तराखंड मलिन बस्ती विकास परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने देहरादून की शास्त्रीनगर खाले मलिन बस्ती में आयोजित विशाल धरने में घोषणा की कि अब मलिन बस्तियों के लोगों को उनका हक़ दिलाने के लिए कांग्रेस आर-पार की लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने बताया कि दीपावली के बाद पूरे प्रदेश में “मालिकाना हक़ न्याय यात्रा” शुरू की जाएगी, जिसमें हर जिले की मलिन बस्तियों में पदयात्रा और धरने-प्रदर्शन किए जाएंगे।
श्री धस्माना ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह मलिन बस्तियों को नियमित करने और मालिकाना हक़ देने के बजाय, बार-बार अध्यादेश लाकर बस्तियों के लोगों पर एहसान लादने और उन्हें वोट के लिए दबाव में रखने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि 2016 में कांग्रेस सरकार ने मलिन बस्तियों के नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू की थी और विधानसभा से नियमावली भी पारित करवाई थी, लेकिन 2017 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद इस प्रक्रिया को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
उन्होंने बताया कि 2018 में उच्च न्यायालय नैनीताल के एक फैसले की आड़ में भाजपा सरकार ने मलिन बस्तियों के उजड़ने की साजिश रची, लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व में जब मुख्यमंत्री आवास कूच किया गया, तो सरकार ने निकाय चुनावों के मद्देनज़र आनन-फानन में अध्यादेश लाकर कोर्ट के आदेश को निष्प्रभावी बना दिया। बावजूद इसके, तीन साल तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। 2021 में जब अध्यादेश की मियाद समाप्त हो गई, तो सरकार ने फिर से नया अध्यादेश लाकर समय बढ़ा दिया, लेकिन अब जबकि दूसरी बार अध्यादेश की अवधि समाप्त हो रही है, सरकार फिर से नया अध्यादेश लाने की बात कर रही है, जिससे साफ हो गया है कि भाजपा मलिन बस्तियों को मालिकाना हक़ देने के पक्ष में नहीं है।
धरने को संबोधित करते हुए महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि भाजपा सरकार की चालाकी को मलिन बस्ती के लोग पूरी तरह से समझ चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी पार्टी में साहस है कि वह मलिन बस्तियों को मालिकाना हक़ दिला सके, तो वह केवल कांग्रेस है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जब भी कांग्रेस प्रदेश में सत्ता में आएगी, तो मलिन बस्तियों को नियमितीकरण और मालिकाना हक़ दिलाने का अपना वादा जरूर पूरा करेगी।
धरने के दौरान श्रम कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश कौशल ने कहा कि जब भी मलिन बस्तियों पर कोई संकट आता है, तो सूर्यकांत धस्माना ही सबसे पहले मदद के लिए खड़े होते हैं। उन्होंने याद दिलाया कि 1996 में जब शासन का बुलडोजर पूर्ण बस्ती पर चला था, तो श्री धस्माना ने ही बस्तियों को बचाने में अहम भूमिका निभाई थी।
धरने में बड़ी संख्या में मलिन बस्ती वासी और कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में सरकार के खिलाफ लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने का संकल्प लिया।