चमोली। बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत किए जा रहे कार्य मार्च से फिर से शुरू होंगे। बर्फबारी और कड़ाके की ठंड के कारण वर्तमान में कार्य स्थगित हैं। सोमवार को जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मास्टर प्लान के कार्यों को लेकर प्रगति समीक्षा बैठक की। बैठक में लोक निर्माण विभाग पीआईयू (प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटेशन यूनिट) के अधिकारियों ने बताया कि बर्फ कम होने के बाद मार्च के प्रारंभ से ही कार्य तेजी से शुरू किए जाएंगे।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि बद्रीनाथ धाम में बर्फ पिघलने के बाद युद्ध स्तर पर काम शुरू किया जाए और चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले अधिकतर कार्य पूरे किए जाएं। उन्होंने पीआईयू और जल संस्थान को निर्देशित किया कि यात्रा सीजन से पहले क्षतिग्रस्त सीवर और पेयजल लाइन की मरम्मत के लिए आगणन तैयार करें और आवश्यक सामग्री की व्यवस्था पहले से सुनिश्चित करें। साथ ही, उन्होंने एसडीएम को बद्रीनाथ धाम में भूमि हस्तांतरण संबंधित मामलों का त्वरित निस्तारण करने के आदेश दिए।
पीआईयू के अधिशासी अभियंता ने बताया कि बद्रीनाथ धाम में सिविक एमिनिटी सेंटर और टीआईसी का कार्य 95% तक पूर्ण हो चुका है, जिसमें बिजली फिटिंग और फाइनल फिनिशिंग का कार्य शेष है। रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के तहत जी सेक्शन में 70% और हॉस्पिटल एक्सटेंशन का 85% कार्य पूरा हो चुका है। बद्रीनाथ में दो नए ब्रिज का 40% काम पूरा हो गया है। तीर्थ पुरोहित आवास के चार ब्लॉकों को मई तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। नेत्र व बद्रीश झील का सौंदर्यीकरण, लूप रोड, बीआरओ बाईपास और स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है। अधिकारियों ने बताया कि मार्च के पहले सप्ताह में निरीक्षण के बाद मास्टर प्लान के कार्य फिर से शुरू कर दिए जाएंगे।
बैठक में पीआईयू के अधिशासी अभियंता योगेश मनराल, आईएनआई के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश कुंवर, और बद्रीनाथ नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।