देहरादून।उत्तराखंड निकाय चुनावों में इस बार राजनीतिक पार्टियों से ऊपर उठकर योग्य और कर्मठ निर्दलीय उम्मीदवारों को वोट देने की अपील की जा रही है। समाजसेवी सचिन थपलियाल ने जनता से आग्रह किया है कि वे भाजपा और कांग्रेस की पारंपरिक राजनीति से हटकर उन निर्दलीयों को चुनें जो जनहित के मुद्दों पर काम करने के लिए तत्पर हैं। उनका कहना है कि इस बार के चुनाव परिणाम यह संकेत देंगे कि जनता राज्य में एक नए राजनीतिक विकल्प की तलाश में है।
आम आदमी पार्टी ने भी निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन करते हुए कहा है कि प्रदेश की जनता को रोजी-रोटी, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी जैसे बुनियादी मुद्दों को प्राथमिकता देनी चाहिए। पार्टी ने भाजपा और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्होंने पिछले 24 वर्षों में उत्तराखंड के विकास को पूरी तरह नजरअंदाज किया है। आम आदमी पार्टी ने जनता को आश्वस्त किया कि वह हर उस निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थन करेगी, जो निःस्वार्थ और ईमानदारी से जनता की सेवा करने के लिए आगे आएंगे।
प्रदेश में सामाजिक आंदोलनों को भी एक सकारात्मक बदलाव के वाहक के रूप में देखा जा रहा है। यदि इन आंदोलनों को ईमानदार नेतृत्व मिलता है तो आने वाले समय में उत्तराखंड की राजनीति एक नई दिशा में आगे बढ़ सकती है। सचिन थपलियाल का मानना है कि 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले 2025 के निकाय चुनावों में निर्दलीयों की सफलता यह साबित करेगी कि जनता भाजपा और कांग्रेस के कुशासन से तंग आ चुकी है।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड में पिछले दो दशकों में भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने राज्य को केवल भ्रष्टाचार और घोटालों की ओर धकेला है। जल, जंगल, जमीन, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई ठोस कार्य नहीं हुआ है। राज्य की जनता अब विकल्प के रूप में उन नेताओं को देख रही है, जो पारदर्शिता और विकास को प्राथमिकता देंगे।
इस बार का चुनाव जनता के आक्रोश और बदलाव की भावना का प्रतीक हो सकता है। सचिन थपलियाल ने जनता से अपील की है कि वे इस चुनाव में अपनी ताकत का उपयोग करते हुए एक बेहतर भविष्य की नींव रखें। अगर जनता इस बार निर्दलीयों को मौका देती है तो यह आने वाले समय में प्रदेश की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है।