रूद्रपुर ।जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने शुक्रवार को जिला कार्यालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग की त्रैमास की समीक्षा बैठक ली। बैठक में जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी को सख्त निर्देश दिए कि कार्यक्रम के अन्तर्गत अच्छा प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों का आगे भी रिन्यूअल किया जाये और काम में खराब प्रदर्शन करने वाले एवं कामचोर व्यक्तियों को बाहर किया जाये। उन्होंने आरबीएसके की टीमों को विद्यालयों में जाकर विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिये।
समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जनपद में मातृ-शिशु मृत्यु दर को शून्य पर लाने हेतु वृहद्ध कार्य योजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने जनपद में माह अप्रैल से जून तक हुई 06 मातृ मृत्यु के बारे में संबंधित विकासखंड के चिकित्सा अधीक्षक एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा मृतकों के उपस्थित परिवार जनों के साथ ब्लॉक वार गहनता से समीक्षा की। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित विकासखंड के चिकित्सा अधीक्षक एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जनपद में प्रदान की जा रही एएनसी सुविधाओं में सुधार लाने, जनपद स्तर पर पीपीएच के प्रबंधन को दुरुस्त करने, हाई रिस्क प्रेगनेंसी का फॉलो अप, गर्भवती महिलाओं की समस्त जांचे समय से संपादित किए जाने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने जनपद में घटित मातृ मृत्यु का समुदाय आधारित वर्बल ऑटोप्सी आवश्यक रूप से संपादित किए जाने हेतु विशेष प्रयास करने के भी निर्देश देते हुए कहा कि मृत्यु के सामाजिक कारणों को भी ज्ञात किया जा सके एवं उनके सुधार हेतु आवश्यक कदम उठाए जा सके। उन्होंने जनपद में हाई रिस्क प्रेगनेंसी हेतु सुदृढ़ मैकेनिज्म स्थापित करने हेतु कार्यवाही करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिये।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ.सुनीता रतूड़ी, सीएमएस डाॅ.एचसी त्रिपाठी, सहित डाॅ. , विकासखंडो के चिकित्साधीक्षक एवं संबंधित स्टाफ द्वारा प्रतिभाग किया गया।