टिहरी।जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में सोमवार को जिला सलाहकार समिति पीसीपीएनडीटी और एनीमिया मुक्त कार्यक्रम को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में एनीमिया मुक्त कार्यक्रम के साथ-साथ पीसीपीएनडीटी के अंतर्गत दो प्राइवेट अस्पतालों, स्मृति नर्सिंग होम घनसाली और मसीहा अल्ट्रासाउंड केंद्र, के नवीनीकरण, दो साल से अधिक पुराने एफ-फॉर्म के निस्तारण और लिंगानुपात पर चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने अप्रैल से दिसंबर 2024 के बीच विभिन्न अस्पतालों में हुए अल्ट्रासाउंड का डेटा मांगा और अधिकारियों को निर्देश दिया कि अस्पतालों का औचक निरीक्षण करें। उन्होंने सीसीटीवी फुटेज की जांच कर डाटा का मिलान करने और औसत निकालने के आदेश दिए। साथ ही, उन्होंने गर्भवती महिलाओं, खासकर उन महिलाओं की, जिनकी पहले से दो या तीन बेटियां हैं, काउंसिलिंग करने और इसका रिकॉर्ड रखने को कहा।
जिलाधिकारी ने दो साल से अधिक पुराने एफ-फॉर्म को नियमानुसार निस्तारित करने और नरेन्द्रनगर व जिला अस्पताल बौराड़ी में लगातार सेवा देने वाले रेडियोलॉजिस्ट को सम्मानित करने के निर्देश दिए। बैठक में सीएमओ डॉ. श्याम विजय ने बताया कि एनीमिया मुक्त कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सभी जिलों में जल्द ही मेगा अभियान शुरू किया जाएगा, जिसमें टिहरी जिले की रणनीति को मॉडल के रूप में अपनाया जाएगा। इस कार्यक्रम में टिहरी जिले ने टेस्टिंग के मामले में प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है और हल्के से गंभीर एनीमिया तक के मामलों में सुधार दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि मेगा अभियान के तहत जिले में सभी स्क्रीनिंग केंद्रों का उद्घाटन किया जाएगा। गर्भवती महिलाओं की 100 प्रतिशत स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जाएगी। जिला और ब्लॉक स्तर की टीमों द्वारा अभियान की निगरानी की जाएगी और गंभीर मामलों को समय पर उपचार के लिए रेफर किया जाएगा। इसके अलावा, अभियान की रिपोर्ट राज्य स्तर पर उसी दिन प्रस्तुत की जाएगी।
बैठक में एसीएमओ डॉ. एलडी सेमवाल, एसीएमओ दीपा रूबाली, डीपीओ संजय गौरव, पीओ एमसीएच राजीव सिंह नेगी, जिला समन्वयक पीसीपीएनडीटी तनुजा रावत सहित समिति के अन्य सदस्य और संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।