देहरादून।उत्तराखंड राज्य कर विभाग ने एसजीएसटी (स्टेट गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) संग्रहण के मामले में एक बड़ी सफलता प्राप्त की है। वर्ष 2024 के अगस्त माह तक राज्य ने 2,507 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रहित किया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 14% अधिक है। पिछले साल अगस्त तक एसजीएसटी संग्रहण 2,202 करोड़ रुपये था। नेट एसजीएसटी (एसजीएसटी-आईजीएसटी सेटलमेंट) के अंतर्गत राज्य का कुल राजस्व संग्रहण 3,880 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि के 3,444 करोड़ रुपये के संग्रहण से 13% अधिक है।
राष्ट्रीय स्तर पर अगस्त 2024 तक एसजीएसटी संग्रहण की औसत वृद्धि दर 9% रही, जबकि उत्तराखंड ने इसे पार करते हुए 14% की वृद्धि दर हासिल की। इसी प्रकार, नेट एसजीएसटी के अंतर्गत उत्तराखंड की वृद्धि दर 13% रही, जबकि राष्ट्रीय औसत 11% थी। इस वृद्धि के चलते उत्तराखंड राष्ट्रीय स्तर पर चौथे स्थान पर रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य के राजस्व अर्जन को बढ़ाने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। विशेष रूप से, राज्य कर विभाग ने एसजीएसटी संग्रहण को लेकर अहम भूमिका निभाई है। विभाग टैक्स चोरी को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रहा है और ’बिल लाओ, इनाम पाओ’ जैसी योजनाओं के माध्यम से आम जनता को जागरूक किया जा रहा है।
टैक्स चोरी को रोकने के लिए राज्य कर विभाग निरंतर सक्रिय है और उन व्यापारियों पर कार्रवाई कर रहा है जो टैक्स चोरी में लिप्त पाए जाते हैं। इसके साथ ही, विभाग टैक्स संग्रहण के लिए लोगों को प्रेरित कर रहा है ताकि राज्य की वित्तीय स्थिति को और मजबूत किया जा सके।
राज्य कर विभाग के अनुसार, राज्य के आर्थिक विकास में एसजीएसटी संग्रहण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में, विभाग आने वाले समय में और बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य के राजस्व में इस वृद्धि से विकास कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है, जिससे प्रदेश के आर्थिक ढांचे को और मजबूती मिलेगी।