देहरादून । बांग्लादेश निर्माण के युद्ध में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक विजय की 50वीं वर्षगांठ पर आयोजित हुई इस रैली में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने देहरादून पहुंच जनरल बिपिन रावत को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देकर और पूर्व सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिजनों को प्रियदर्शनी सैन्य सम्मान देकर सम्मानित करने के बाद अपना संबोधन किया ।
अपने संबोधन में राहुल गांधी ने सबसे पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत , उनकी पत्नी और सेना के जवानों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। रैली में बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। वहीं उत्तराखंड और अपने परिवार के बीच कुर्बानी का रिश्ता जोड़ा। राहुल ने कहा मेरे परिवार और उत्तराखंड का गहरा रिश्ता है। आज यहां आकर मुझे वो दिन याद आया जब 31 अक्टूबर को मेरी दादी और 21 मई का दिन याद आया, जिस दिन मेरे पिता इस देश के लिए शहीद हो गए। राहुल ने कहा मेरा और आपका कुर्बानी का रिश्ता है। जो कुर्बानी के उत्तराखंड के हजारों परिवारों ने दी है। वही कुर्बानी मेरे परिवार ने दी है। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, वह इस रिश्ते को अच्छी तरह समझेंगे। जो सेना में हैं उन्हें यह बात गहराई से समझ आएगी।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद गलत जीएसटी, उसके बाद कोरोना के समय हिंदुस्तान के सबसे बड़े उद्योगपति को टैक्स माफ, लेकिन मजदूरों को बस या ट्रेन का टिकट नहीं दिया। हर मोर्चे पर विफल रहे हैं।वंही जो लोग आपको रोजगार दे सकते हैं।उन छोटे कारोबारियों, व्यापारियों को भाजपा ने खत्म कर दिया।राहुल ने कहा कि जब तक केंद्र से भाजपा की सरकार नहीं हटेगी तब तक रोजगार नहीं मिलेगा। देश की आर्थिक शक्ति को भाजपा नष्ट कर रही है।कहा कि देश मजबूत तब होता है जब देश का नागरिक मजबूत होता है।
प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि गंगा में बहुत लोगों ने स्नान किया, लेकिन ऐसा लगता है कि हिंदुस्तान में केवल एक ही व्यक्ति ने गंगा स्नान किया है। नरेंद्र मोदी एक ही हिंदुस्तानी हैं जो गंगा में स्नान कर सकते हैं। रोजगार उत्तराखंड में तब आएगा जब छोटे व्यापारियों की मदद होगी। दो-तीन पूंजीपतियों को पूरा धन देने से उत्तराखंड आगे नहीं जा सकता। कहा कि जब हमारी सरकार आएगी तो किसानों की मदद होगी, रोजगार देगी, कानून बनाएगी
रैली के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राहुल गांधी और बलिदान के बीच में एक अलग रिश्ता है। महावीर चक्र दीवान सिंह के बेटे, शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के पिता भी मंच पर हैं। इंदिरा गांधी की ललकार ने अमेरिका के बेड़े को बंगाल की खाड़ी छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। केदारनाथ आपदा में राहुल गांधी अकेले राष्ट्रीय नेता थे जो हमारे आंसू पोंछने आए। जब मैं सीएम बना तो राहुलजी ने कहा था कि बस एक जिम्मेदारी सौंप रहा हूं कि केदारनाथ आपदा के जख्म भरने हैं और आज लोग हमारी बनाई हुई गुफाओं में योग करने आते हैं। देवस्थानम बोर्ड की लड़ाई हमने तीर्थ पुरोहितों के साथ लड़ी। आज सभी पुरोहित धन्यवाद देने आए हैं।
हम उत्तराखंड को बेरोजगारी मुक्त बनाएंगे। किसानों से कहना चाहता हूं कि कांग्रेस आएगी तो आपका बोझ घटाएगी। हम माता-बहनों की रसोई के दुखों को दूर करेंगे। पूर्व सैनिक भाइयों के परिवारों का कांग्रेस ख्याल रखेगी। अपनी बहनों से कहना चाहता हूं कि 2014 में हमने महिला सशक्तिकरण का नया दौर शुरू किया था, जिसे हमारे बाद आए लोगों ने बंद कर दिया। हम सत्ता में आएंगे तो इसे नए सिरे से शुरू करेंगे। आपकी सरकार गरीबों, कमजोरों का सहारा बनेगी। हम उत्तराखंड को मॉडल स्टेट बनाएंगे। मंडुआ झंगोरा खाएंगे, उत्तराखंड बनाएंगे की परंपरा से पलायन को रोकने का काम करेंगे। आप अकेले कांग्रेस की धरोहर नहीं है, आप लोकतंत्र की धरोहर हैं।
नेता विपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि आज का दिवस विश्व के इतिहास में अपनी अलग पहचान रखने का काम करता है। स्व. इंदिरा गांधी के नेतृत्व में पाकिस्तान के दो टुकड़े करने का काम हुआ। आज हम सब इंदिरा जी के उस सशक्त नेतृत्व को याद कर रहे हैं, जिसके लिए पूरी दुनिया उन्हें लौह महिला के तौर पर जानती है। उत्तराखंड के सेना के जवानों ने देश की हिफाजत करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया, हम उनको नमन करते हैं। देश की आजादी की लड़ाई लड़ते हुए नेहरू जी ने देहरादून की जेल में ही डिस्कवरी ऑफ इंडिया लिखने की शुरुआत की। कहा कि राहुल गांधी और हमारा जो साथ है, उसे कोई अलग नहीं कर सकता। आज ये प्रदेश जिस कठिन दौर से गुजर रहा है। किसान हताश हैं, निराश हैं। सत्ता में बैठे लोगों ने किसानों का ऋण माफ करने का वादा किया, लेकिन माफ नहीं किया। रोजगार का वादा किया, लेकिन रोजगार नहीं दिया। महंगाई सबके लिए मुसीबत बन रही है। सरकार को भूमाफिया, शराब माफिया चला रहे हैं। हम आपसे वादा करते हैं कि 2022 में हमारी सरकार बनेगी तो हम बेरोजगारी को दूर करेंगे।
रैली में कपकोट विधानसभा से अपने पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचीं महिलाएं विशेष आकर्षण रही।प्रदेश के विभिन्न जगह से कलाकार पारंपरिक परिधान में रैली में पहुंचे थे। रैली में बहुत बड़ा सैलाब मैदान के आसपास था।जिससे कांग्रेसियों के चेहरे खिले हुए थे।