देहरादून।समाज के भेदभाव को मिटाते हुए सभी वर्ग के लोगों को एक सूत्र में पिरोते हुए अपनी सनातन संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए पंडित श्री श्रीनिवास नौटियाल द्वारा अपनी संस्कृति अपना मंच की स्थापना की गई है।उन्होंने कहा कि वर्तमान में पाश्चात्य फैशन की होड़ में हम सब अपनी अनमोल सनातन संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। जिसको देखते हुए आज सामाजिक समरसता को कायम करते हुए इस संस्था की स्थापना अत्यंत आवश्यक थी ।इस संस्था के माध्यम से हम अपनी संस्कृति अपने रीति-रिवाजों को पुनर्जीवन देने का कार्य करेंगे तथा सभी को एक उचित मंच दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस कड़ी में हमारा पहला सार्थक और सफलतम प्रयास तीज महोत्सव संचालित किया गया जो बहुत ही उत्साह उमंग और स्नेह पूर्वक संपन्न हुआ। जिसमें सभी महिलाओं ने झूले झूले सावन के गीत मल्हार गए तथा नृत्य भी प्रस्तुत किए। सभी महिलाओं ने मां पार्वती और शिव की आराधना की तथा गणेश वंदना भी गाई। सोलह श्रृंगार कर सज धज कर सम्मिलित हुई सभी महिलाओं का उत्साह देखते ही बनता था।
मंच के संस्थापक श्रीनिवास नौटियाल ने तीज त्योहार के बारे में उपयोगी जानकारी दी ।अंत में घेवर से सबने एक दूसरे का मुंह मीठा किया।सुंदर सफल और भव्य कार्यक्रम की सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को साधुवाद और धन्यवाद किया।
इस अवसर पर सचिव श्रीमती पूजा नौटियाल ,उप सचिव श्रीमती अर्चना बिष्ट, कोषाध्यक्ष श्रीमती रमा गौड़, प्रबंधक श्रीमती मेनका शुक्ला थे।
श्रीमती मृदुला तोमर ,सुधा कौशल ,मेरा कश्यप ,कमला उप्रेती ,डीसी उप्रेती ,रूपक जुयाल, ममता ,मीनू, गीता चंद, नीलम, किरण तथा अन्य सभी ने बढ़-चढ़कर कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया।