देहरादून।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विधुत कटौती पर चिंता जताते हुए अपने आवास पर 22 अप्रैल को 11 से 12 बजे तक, 1 घंटे का मौन उपवास रखने की बात कही।
सोशल जे माध्यम से जारी विज्ञप्ति के माध्यम से उन्होंने कहा कि चाहे शहरी क्षेत्र हों या ग्रामीण क्षेत्रों हों, बहुत विकट विद्युत कटौती का सामना कर रहे हैं और कुछ दिनों बाद खेती को भी पानी की जरूरत पड़ेगी, ट्यूबल आदि के लिए बिजली नहीं मिल पाएगी। उद्योग अलग परेशान हैं। हमारा एक एडवांटेज था कि हम विद्युत कटौती मुक्त और सबसे सस्ती बिजली देने वाले राज्य थे, अब यह दोनों विशेषताएं गायब होने जा रही हैं, जिसका दुष्परिणाम औद्योगिक क्षेत्रों पर पड़ेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कई क्षेत्रों में बिजली की कटौती के कारण पीने के पानी का संकट भी पैदा हो गया है। जंगलों की आग नियंत्रण में आ नहीं रही है। सरकार कुछ और कामों में लगी है, उन्हें कभी अपने चुनाव लड़ने की सीट का सत्यापन करना है, तो कभी जो है यहां आने वालों का सत्यापन करना है। लेकिन जनता विद्युत कटौती से परेशान है। कल इस अघोषित विद्युत कटौती और राज्य के सम्मुख उत्पन्न विद्युत व पेयजल संकट की ओर ध्यान आकृष्ट करने के लिए मैं अपने देहरादून आवास पर दोपहरी धूप में कल 22 अप्रैल को 11 से 12 बजे तक, 1 घंटे का “मौन उपवास” रखूंगा।