पिथौरागढ़ ।स्टेट मिलेट मिशन योजना 2022 के अन्तर्गत खरीफ अभियान 2022-23 में उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ लिमिटेड द्वारा आगामी 15 अक्टूबर से 15 दिसंबर तक जनपद की सहकारी समितियों के माध्यम से जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों के कृषकों से मंडुवा, झंगोरा व अन्य उत्पादों का क्रय कर उनकी उपज का उचित मूल्य प्रदान कराया जा रहा है। जिसके संबंध में जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने सहायक निबंधक सहकारिता, सहकारी समिति के सचिवों, सहकारिता के सहायक विकास अधिकारियों एवं यूसीएफ व कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में एक आवश्यक बैठक ली तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिए ।
जिलाधिकारी ने सहायक निबंधक सहकारिता को निर्देश दिए कि जनपद में क्रय केंद्रों की संख्या 5 से बढ़ाकर 15 की जाय ताकि कृषकों को उपज विक्रय में सुविधा रहे। उन्होंने सहायक निबंधक सहकारिता को निर्देश दिए कि ऐसे ग्रामीण क्षेत्र जो रोड कनेक्टिविटी से दूर स्थित हैं, ऐसे क्षेत्रों के कृषकों के कृषि उत्पादों के क्रय हेतु ग्राम्य विकास, पशुपालन आदि विभागों से समन्वय स्थापित कर ठोस कार्य योजना बनाई जाए। जिलाधिकारी द्वारा सहकारिता विभाग को मंडुवा उत्पाद को एक सौ कुन्तल तक तथा सोयाबीन उत्पाद को दस कुन्तल तक क्रय किये जाने का लक्ष्य भी प्रदान किया गया। वहीं जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों से कहा कि क्रय केंद्रों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं दुरुस्त रखी जायें। उन्होंने यूसीएफ के जिला प्रभारी को एक सचल क्रय केंद्र भी खोलने के निर्देश दिये।
सहायक निबंधक सहकारिता चंद्र सिंह पांगती ने बताया कि शासन द्वारा निर्धारित दर के अनुसार सहकारी समितियों द्वारा मंडुवा उत्पाद को रुपए 27 प्रति किग्रा, झंगोरा को रुपए 25 प्रति किग्रा, सोयाबीन को रुपये 40 प्रति क्रिग्रा एवं चौलाई को रुपए 50 प्रति क्रिग्रा के हिसाब से क्रय किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कृषको को भुगतान की कार्रवाई डीबीटी के माध्यम से की जाएगी। जिस हेतु किसानों को अपनी बैंक पासबुक की फोटो कॉपी साथ लानी होगी। उन्होंने बताया कि निर्धारित कृषि उत्पादों के क्रय हेतु जनपद के विकासखंड विण, मूनाकोट, गंगोलीहाट, मुनस्यारी व कनालीछीना में क्रमशःबहुउद्देशीय प्रारंभिक कृषि ऋण सहकारी समिति लिमिटेड लोधियागैर, मूनाकोट,गंगोलीहाट, क्वीटी व कनालीछीना को क्रय केंद्र बनाया गया है। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार क्रय केंद्रों की संख्या और बढ़ाई जाएगी।
बैठक में मुख्य कृषि अधिकारी रितु टम्टा, यूसीएफ प्रभारी हरीश चंद्र कांडपाल, सहकारी समितियों के सचिव एवं सहायक विकास अधिकारी सहकारिता उपस्थित थे।