उपनल का रोजगार विधेयक, खास चेहतों को समायोजित करना चाहती है सरकार : रघुनाथ सिंह नेगी

Spread the love

पूर्व में सैनिक पृष्ठभूमि के लोगों का रोजगार का जरिया था, लेकिन रोजगार मिलता था गैर सैनिकों को ।। #सैनिकों को वैकेंसी न होने का बहाना बनाकर टरकाया जाता था ।

*गैरसैनिकों को यह कहकर टरकाया जाता था कि यह सिर्फ सैनिकों के लिए आरक्षित है । #रोजगार मिलता था सिर्फ सेटिंग-गेटिंग वालों को । #सैनिकों को सिर्फ मिलती थी सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी, जिसकी थी बाध्यता । #राजभवन सरकार के फैसले पर करे हस्तक्षेप ।*

विकासनगर।जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि अभी 2 दिन पहले सरकार द्वारा उपनल के जरिए सैनिकों एवं ग़ैर सैनिक पृष्ठभूमि के लोगों को रोजगार संबंधी विधेयक लाया गया है ,जोकि सैनिक पृष्ठभूमि एवं ग़ैर सैनिक पृष्ठभूमि के लोगों से बहुत बड़ा खिलवाड़ है । सरकार इसके जरिए अपने खास चेहतों को समायोजित करना चाहती है ।

नेगी ने कहा कि पूर्व में उपनल सैनिक पृष्ठभूमि एवं उनके परिवारों को रोजगार का जरिया था, लेकिन उपनल के अधिकारियों ने सांठगांठ कर बड़े पैमाने पर नौकरियां गैरसैनिक पृष्ठभूमि के लोगों को दी । सैनिकों को यह कहकर टरकाया जाता था कि अभी वैकेंसी नहीं है तथा गैर सैनिकों से यह कहा जाता था कि यह सिर्फ सैनिकों के लिए आरक्षित है, इस प्रकार इस खेल में सिर्फ सेटिंग- गेटिंग वालों से विभागों के जरिए मोटी रकम लेकर ही नौकरियां दी जाती थी। महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि विभागों में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी हेतु सिर्फ सेवानिवृत्त सैनिकों को ही रखे जाने का प्रावधान था, इसलिए इन पदों पर गैर सैनिकों को ये लोग नहीं रख पाए ।अगर आंकड़ों की बात की जाए तो पूर्व में हजारों गैर सैनिक लोगों को रोजगार दिया गया तथा सैनिक पृष्ठभूमि के लोगों को मात्र 30- 40 फ़ीसदी । तीन -चार साल पहले मा. उच्च न्यायालय ने उपनल के जरिए सिर्फ सैनिक पृष्ठभूमि के लोगों को ही रोजगार प्रदान किए जाने संबंधी आदेश जारी किए थे, जोकि एक सराहनीय कदम था ।

नेगी ने कहा कि पूर्व में उपनल जब गैर सैनिक पृष्ठभूमि के लोगों को नौकरियां बांटता था तो उसमें यह उल्लेख करता था कि कोई काबिल सैनिक पृष्ठभूमि का व्यक्ति उपलब्ध नहीं है, जिसका मोर्चा द्वारा भारी विरोध किया गया था ।यहां यह उल्लेख करना जरूरी है कि आर्म्ड फोर्सेज में रिटायरमेंट की उम्र उसके प्रमोशन पाने के हिसाब से निर्धारित होती है न कि सरकारी नौकरियों की तरह 58-60 साल । कई सैनिक को प्रमोशन नहीं मिल पाता तथा कई एक आध प्रमोशन पाने के बाद 34-35वर्ष की उम्र में ही रिटायर हो जाते हैं तथा उनके सामने जिम्मेदारियों का बोझ खड़ा होता है इसलिए उपनल जिम्मेदारियों का बोझ उठाने हेतु गठित किया गया था । इस विधेयक के आने से निश्चित तौर पर सैनिक पृष्ठभूमि एवं सिफारिश विहीन युवाओं से खिलवाड़ का खेल खेला जाएगा  । मोर्चा राजभवन से मांग करता है कि सरकार के फैसले को मंजूरी न दे ।

देवभूमि खबर

Share
Published by
देवभूमि खबर

Recent Posts

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में व्यय वित्त समिति ने विभिन्न निर्माण कार्यों को दी स्वीकृति

देहरादून।मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में सचिवालय में आयोजित व्यय वित्त समिति की…

1 min ago

नगरीय निकाय चुनाव में प्रचार पर रोक, 21 जनवरी शाम 5 बजे से लागू

देहरादून।उत्तराखंड राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव श्री राहुल कुमार गोयल ने 23 जनवरी 2025 को…

3 mins ago

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साहिया में डीएम ने दी अल्ट्रासाउंड मशीन, हफ्ते में दो बार बैठेंगे रेडियोलॉजिस्ट

देहरादून।सुदूरवर्ती क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं और मरीजों की समस्याओं को देखते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल…

25 mins ago

हेमवती नन्दन बहुगुणा उत्तराखण्ड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति पद से डॉ. मदन लाल ब्रह्म भट्ट का त्यागपत्र स्वीकार, डॉ. ओंकार सिंह को अंतरिम कुलपति नियुक्ति

देहरादून।राज्यपाल एवं कुलाधिपति, हेमवती नन्दन बहुगुणा उत्तराखण्ड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय, देहरादून, ले ज गुरमीत सिंह…

20 hours ago

23 जनवरी 2025 को मतदान हेतु नगर निकाय क्षेत्र के शिक्षक / कर्मचारियों को मिलेगा अवकाश

देहरादून।मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून, विनोद कुमार ढौंडियाल के द्वारा जारी पत्र के अनुसार, नगर निगम,…

20 hours ago

पौड़ी पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीनी धोखाधड़ी करने वाले शातिर आरोपी को किया गिरफ्तार

पौड़ी।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्री लोकेश्वर सिंह के कुशल निर्देशन में जमीनी धोखाधड़ी करने वाले…

21 hours ago

Notice: ob_end_flush(): failed to send buffer of zlib output compression (1) in /home/devbhoom/public_html/wp-includes/functions.php on line 5279

Notice: ob_end_flush(): failed to send buffer of zlib output compression (1) in /home/devbhoom/public_html/wp-includes/functions.php on line 5279