देहरादून । जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अधिकारियों को 182 अवशेष आंगनबाड़ी केन्द्रो तथा 45 अवशेष विद्यालयों में आगामी 20 दिसम्बर तक अनिवार्य रूप से शत् प्रतिशत् पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने उक्त निर्देश शिविर कार्यालय में आयोजित जल जीवन जिला स्तरीय समिति की बैठक में अधिकारियों को दिए।उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं उत्तराखण्ड जल संस्थान तथा उत्तराखण्ड पेयजल निगम की विभिन्न शाखाओं द्वारा 182 अवशेष आंगनबाड़ी केन्द्रो तथा 45 अवशेष विद्यालयों में आगामी 20 दिसम्बर तक अनिवार्य रूप से शत् प्रतिशत् पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराने तथा एमआईएस में शत् प्रतिशत् पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराने तथा एमआईएस में शत् प्रतिशत् डाटा अपलोड करने के निर्देश दिए। उन्होंने फेजवार प्रथम एवं द्वितीय चरण में क्रमशः जल टैप्ड करने तथा द्वितीय चरण में जल स्त्रोत पर कार्य किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने पेयजल योजनाओं के रेट्रोफिटिंग अथवा कार्य योजनाओं के निर्माण हेतु प्राक्कलनों के सम्बन्ध में अवशेष बचे 195 प्राक्कलनों पर तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए।
उन्होनें जे.जे.एम आईएमआईएस से हटाये जाने अथवा जोड़े जाने वाले परिवारों की अद्यतन स्थिति की जानकारी लेते हुए निर्देशित किया कि घर-घर पेयजल कनैक्शन दिए जाने हेतु पुराने नाम हटाकर नये परिवारों को जोड़ा जाए। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को आवंटिरत ग्रामों में पेयजल योजनाओं के संचालन एवं रखरखाव हेतु विभागों के उत्तरदायित्व निर्धारण करते हुए बताया कि इस हेतु आवश्यक धनराशि व्यवस्था जिला योजना के अन्तर्गत सम्बन्धित विभाग को की जाएगी।
जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जलग्राम चिन्हित करने, प्रत्येक ब्लाॅक में प्रयोगशाला बनाने हेतु तत्काल आवश्यक कार्यवाही के निर्देश जिला जल एवं स्वच्छता मिशन को दिए। उन्होंने जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक के लिए गए निर्णयों के अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने मिशन अन्तर्गत कराये जा रहे कार्यों पर व्यक्तिगत रूप से आब्जर्वेशन किए जाने पर नाराजगी जताते हुए विभागीय अधिकारियों को लोगों से मिल बैठकर चर्चा कर समस्या का निस्तारण करने को कहा। इसके अतिरिक्त जनपद में आज की तिथि तक टाइप्ड पाइप वाटर से घर-घर पेयजल आपूर्ति (एफएचटीसी) का 87.43 प्रतिशत् कार्य पूर्ण हो चुका है तथा शेष कार्य तेजी से चलायें जाने पर बल दिया।
इस दौरान बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल अधीक्षण अभियन्ता पेयजल निगम एस.सी पंत, अधिशासी अभियंता जल संस्थान नमित रमोला, सहित जिला जल एवं स्वच्छता समिति के सचिव/ जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल उपस्थित थे।