चमोली।कोरोना संक्रमण के कारण अपने जनपद को लौटे प्रवासी एवं बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए शनिवार को विभिन्न विभागों की स्वरोजगारपरक स्कीम के अन्तर्गत साक्षात्कार के माध्यम से 413 पात्र लाभार्थियों का चयन किया गया। जिसमें 190 प्रवासी भी शामिल है। जिला प्रशासन ने जिला योजना के अन्तर्गत कृषि, उद्यान, मत्स्य, डेयरी, पशुपालन आदि विभागों की विभिन्न योजनाओं के तहत स्वरोजगार करने के इच्छुक प्रवासी एवं बेरोजगार युवाओं से आवेदन आमंत्रित किए थे। जिसमें बडी संख्या में बेरोजगार लोगों ने आवेदन किया। शनिवार को साक्षात्कार के माध्यम से कृषि विभाग में 79, मत्स्य पालन में 100, डेयरी में 44, पशुपालन में 95 तथा उद्यान में 95 लाभार्थियों का चयन किया गया।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बेरोजगार युवाओं को अपने हुनर के अनुसार योजना स्थापित करने की सलाह दी, ताकि उनको इसका अधिक फायदा मिल सके। मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे एवं अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया ने साक्षात्कार के दौरान आवेदकों से योजना के प्रति उनकी रूचि एवं कार्य कुशलता की परख की। विभागीय अधिकारियों ने आवेदकों को स्वरोजगार योजनाओं की पूरी जानकारी दी। बताया कि स्वरोजगार स्थापित करने में किसी तरह के प्रशिक्षण या अन्य कोई आवश्यकता होने पर विभाग से संपर्क किया जा सकता है।
उद्यान विभाग की स्वरोजगार योजनाओं के तहत 95 लोगों का साक्षात्कार के माध्यम से चयन किया गया। जिसमें 42 प्रवासी तथा 53 जनपद के अन्य बेरोजगार युवा शामिल है। इनमें से 10 लोगों ने मशरूम उत्पादन, 4 लोगों ने उद्यानीकरण तथा 81 लोगों ने पाॅलीहाउस में सब्जी उत्पादन के लिए साक्षात्कार दिया। उद्यान विभाग की फल क्षेत्र, सब्जी क्षेत्र, पुष्प क्षेत्र, मसाला क्षेत्र विस्तार, एन्टी हेल नेट स्थापना हेतु 50 प्रतिशत अनुदान तथा पाॅली हाउस स्थापना के लिए 80 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।
कृषि विभाग के अन्तर्गत 79 लोगों का चयन किया गया। जिसमें 22 प्रवासी भी शामिल है। इन युवाओं को परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत वर्मी कपोस्ट, बोटेनिकल एक्सट्रैक्ट इकाई, पैकेजिग मैटेरियल, राष्ट्रीय कृषि विकास एवं खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत 50 प्रतिशत अनुदान पर बीज, पौध, सुरक्षा रसायन तथा पीएम कृषि सिंचाई योजना के तहत जल पम्प, होज टैंक, ड्रिप आदि कार्यो के लिए साक्षात्कार के माध्यम से चयन किया गया।
मत्स्य विभाग द्वारा ट्राउट रेसवेज निर्माण, पर्वतीय क्षेत्रों में मत्स्य तालाब निर्माण, पुराने तालाबों की मरमम्त, समन्वित मत्स्य पालन आदि सब्सिडी युक्त आर्कषक स्वरोजगार योजनाओं के तहत पात्र लाभार्थियों का चयन किया गया। मत्स्य विभाग में इन योजनाओं के तहत 100 लोगों ने आवेदन किया था। जिसमें 33 प्रवासी एवं 67 बेरोजगार युवा शामिल है।
डेयरी विकास द्वारा राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना तथा गंगा गाय महिला डेयरी योजना के तहत 3 तथा 5 दुधारू पशु की डेयरी स्थापना हेतु 25 प्रतिशत अनुदान तथा नगरीय क्षेत्रों में आंचल मिल्क बूथ स्थापना हेतु 20 प्रतिशत अनुदान पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है। इन योजनाओं के तहत 19 प्रवासी तथा 25 बेरोजगार युवाओं सहित कुल 44 लोगों साक्षात्कार के माध्यम से चयन किया गया।
पशुपालन विभाग कुक्कड पालन के लिए 96 लाभार्थियों का चयन किया। जिसमें 74 प्रवासी शामिल है।
जिला स्तरीय अधिकारी जीएम डीआईसी डा0 एमएस सजवाण, सीएचओ तेजपाल सिंह, सीएओ राम कुमार दोहरे, सीवीओ डा0 शरद कुमार भण्डारी, सहायक निदेशक डेयरी राजेन्द्र सिंह चैहान, लीड बैंक प्रबंधक प्रताप सिंह राणा सहित अन्य अधिकारियों ने साक्षात्कार के माध्यम से लाभार्थियों का चयन किया।