रुद्रप्रयाग।देवभूमि खबर। केदारनाथ धाम का निरीक्षण करने गया बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति का दल लौट आया है। दल को लिनचैली से धाम पहुंचने में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा, बाजवूद इसके दल ने हार नहीं मानी और धाम पहुंचकर जायजा लिया। धाम में अभी भी पांच से सात फीट तक बर्फ जमी है, जिससे आवागमन में भारी परेशानियां हो रही हैं। साथ ही पुनर्निर्माण कार्य भी बंद पड़े हैं।
दरअसल, बुधवार को मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह के नेतृत्व में केदारनाथ धाम का निरीक्षण करने गया दल धाम से लौट आया है। धाम पहुंचने के बाद दल ने मंदिर परिसर, कार्यालय, परिक्रमा पथ, पुजारी निवास, प्रवचन हाल का निरीक्षण किया। मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि नौ अप्रैल को भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने हैं। ऐसे में व्यवस्थाओं को जल्द से जल्द चाक-चैबंद किया जाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि लिनचैली से केदारनाथ धाम तक बर्फ जमी हुई है। भारी बर्फवारी के बीच रास्ता तैयार कर किसी तरह धाम पहुंचा गया। धाम में चारों ओर बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है। पिछले जनवरी माह से धाम में लगातार बर्फवारी हो रही है। अभी भी धाम में पांच से सात फीट तक बर्फ जमी हुई है। बर्फवारी के कारण कर्मचारियों के लिए बने हट, भोग मंडी, भंडार गृह, पुजारी आवास सहित विद्युत लाइन को भारी नुकसान पहुंचा है। कहा कि बर्फवारी से मंदिर समिति को भारी क्षति हुई है। 14 अप्रैल को मंदिर समिति का अग्रिम दल केदारनाथ के लिए रवाना होगा, जो केदारनाथ पहुंचकर मंदिर परिसर एवं आसपास से बर्फ हटाने और बिजली, पानी की सुविधा बहाल करने के साथ ही रंग रौबन का कार्य करेगा। सहायक अभियंता गिरीश देवली ने बताया कि केदारनाथ स्थित मंदिर समिति के विद्युत पाॅवर हाऊस से आने वाली बिजली की लाइन एवं बिजली के पोल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। जल्द ही क्षति का आंकलन तैयार कर कार्य शुरू करवाया जायेगा। निरीक्षण दल में सहायक अभियंता गिरीश देवली, अवर अभियंता विपिन कुमार, आशुतोष शुक्ला, कन्हैया थपलियाल, अवनीश रावत, संजय कुमार आदि शामिल थे।