अल्मोड़ा।पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक द्वारा गत वर्ष विधानसभा अल्मोड़ा के समस्त विद्यालयों में हाईस्कूल वह इन्टरमीडिएट के मेधावी छात्र/छात्राओं को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने हेतु उन्हें सम्मानित किया गया। विद्यार्थियों द्वारा उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए आयोजित इस सम्मान समारोह की भूरि-भूरि प्रसंशा की गयी । इस वर्ष भी प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन , उच्च शिक्षा अर्जित करने तथा विद्यार्थियों को शिक्षा हेतु प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सम्मान समारोह की मुहिम को जारी रखने हेतु आज दिनांक 28 अगस्त 2022 को प्रथम चरण में लोअर माल रोड स्थित कर्नाटक खोला रामलीला मंच में सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अल्मोड़ा नगर क्षेत्र व उसके आसपास के क्षेत्रों के हाईस्कूल व इन्टरमीडिएट में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण 439 विद्यार्थियों को प्रतीक चिन्ह वह मेडल से सम्मानित किया गया । श्री कर्नाटक ने बताया कि दूरस्थ क्षेत्रों के छात्र/छात्राओं के लिए सम्मान समारोह उनके विद्यालयों या उनके गांव के आस-पास किसी सार्वजनिक स्थल में आयोजित किया जायेगा। जिसकी सूचना उन्हें उपलब्ध करा दी जायेगी।
विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए श्री कर्नाटक ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुये छात्र/छात्राओं की सफलता के पीछे उनका कठोर परिश्रम तथा गुरूजनों का बहुत बडा त्याग व मेहनत है । उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों को शिक्षित ही नहीं करते अपितु छात्र/छात्राओं के मन में ईमानदारी,अनुशासन,राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत कर उनके अधिकार कर्तव्य एवं दायित्वों से सम्बन्धित चेतना जगाकर उनका मार्गदर्शन भी करते हैं । यही नहीं गुरूजन शिक्षण के साथ-साथ विद्यार्थियों के चरित्र का निर्माण करने के साथ ही उनमें अच्छे नैतिक मूल्यों और आदर्शो का विकास भी करते और उन्हें अच्छी शिक्षा प्रदान कर आदर्श छात्र भी बनाते हैं ।
उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि अपनी कठोर मेहनत से बोर्ड परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त कर छात्र/छात्राओं ने अपने गुरूओं तथा अपने माता पिता के गौरव को बढाया है । जो अत्यन्त प्रशंसा के योग्य है जिसके लिये वे बधाई के पात्र हैं । उन्होंने कहा कि यह सफलता उन्हें उनके कठोर परिश्रम से मिली है । जिससे स्पष्ट है कि मेहनत,लगन और उचित मार्गदर्शन से सफलता अवश्य मिलती है । विद्यार्थियों में लक्ष्य प्राप्ति के लिये स्वयं पर विश्वास होना भी जरूरी है । अतः विद्यार्थियों को अपने माता-माता की तरह गुरूजनों का सम्मान करना चाहिये तथा अर्जित ज्ञान द्वारा देश हित में अपना योगदान देना चाहिये । श्री कर्नाटक ने जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ व्यायाम,खेलकूद,मनोरंजन के द्वारा अपने शरीर को तंदुरूस्त एवं स्वस्थ बनाना चाहिये उन्होंने नशे एवं मादक पदार्थों से युवाओं को दूर रहने हेतु सचेत किया।
इस अवसर पर विद्यालयों के शिक्षक,छात्र/छात्राओं के अभिभावकों के अतिरिक्त मुख्यतः डा.करन कर्नाटक, देवेन्द्र प्रसाद कर्नाटक,हेम जोशी, बद्री प्रसाद कर्नाटक, रोहित शैली, हंसा दत्त कर्नाटक,गौरव अवस्थी, कौशल पाण्डे, भुबन चन्द्र पाण्डे,अमर बोरा, हिमांशु पवार,हरीश सिजवाली,दीपक पोखरिया, सन्तोष जोशी, प्रकाश मेहता, विपिन जोशी,रश्मि काण्डपाल, दिव्या जोशी, अभिषेक बनोला,सोनू चोहान,काब्या पालीवाल, हिमांशी अधिकारी,पंकज कनवाल, भुपेंद्र भोज, गरिमा तिवारी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन हर्षिता तिवारी द्वारा किया गया।