नई टिहरी। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी, टिहरी गढ़वाल में भिन्न-भिन्न माध्यमों से स्वयंसेवियों द्वारा कृमि मुक्ति अभियान चलाया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों द्वारा टिहरी शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर कृमि मुक्ति की जानकारियाँ दी गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर रेनू नेगी द्वारा पेट में होने वाले कृमि तथा इससे फैलने वाली बीमारियों के संबंध में जानकारियां दी गई। राष्ट्रीय स्तर पर कृमि मुक्ति अभियान जैसे कार्यक्रमों की उपयोगिता पर विशेष जानकारियों से स्वयंसेवियों को अवगत कराया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ विजय प्रकाश सेमवाल द्वारा पेट में होने वाले कृमि को अनेक बीमारियों की जड़ बताया गया। डॉ एस के कगड़ियाल ने स्वयंसेवियों को स्वच्छता रखने पर विशेष बल दिया तथा डॉ रजनी गुसाईं द्वारा जागरूकता रैली में पेट के कृमि निवारण हेतु अनुशासित रहने के लिए प्रेरित किया गया तथा पेट के कीड़ों के निवारण हेतु एल्बेंडाजोल दवाई का वितरण छात्र-छात्राओं के मध्य तथा विभिन्न बस्तियों में 19 वर्ष तक के बच्चों के बीच किया गया।
वक्ता के रूप में डॉ पदमा वशिष्ठ ने कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले स्वयंसेवियों को पेट में होने वाले कीड़ों को स्वच्छता से जोड़ते हुए अस्वच्छता को इसका प्रमुख कारण बताया तथा उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित राष्ट्र सेवा के स्वयंसेवियों को कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति देने हेतु भी प्रेरित किया। कार्यक्रम में सांख्यिकी विभाग की डॉ पुष्पा पंवार ने भी स्वयंसेवियों से कृमि मुक्त उत्तराखंड बनाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में डॉ पी सी पैन्यूली, डॉ आरती खंडूरी, डॉ साक्षी शुक्ला, डॉ ममता रावत, डॉ हेमलता नौटियाल, डॉ अरविंद मोहन पैन्यूली, डॉक्टर सत्येंद्र ढौंडियाल, डॉ अजय बहुगुणा, डॉ गुरुपद गुसाई आदि ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में श्री हरीश नेगी ने मीडिया कवरेज पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर रजनी गुसाईं द्वारा किया गया।