देहरादून ।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने नशे के विरूद्व प्रभावी कार्यवाही के लिए व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों के साथ गोष्ठी की ।इस अवसर पर नशा उन्मूलन की शपथ दिलाई गई।
मुख्यमंत्री के विजन 2025 “ड्रग्स फ्री देवभूमि” अभियान को सफल बनाने के लिए जनपद पुलिस द्वारा एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करते हुए समाज के प्रत्येक वर्ग को इसमें शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है। उक्त अभियान के तहत आज प्रिंस चौक स्थित होटल स्टार वुड में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा जनपद के विभिन्न स्थानों से आये अलग-अलग व्यापार मण्डलों के पदाधिकारियों के साथ गोष्ठी आयोेजित की गई। गोष्ठी के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा उपस्थित लोगों को जनपद पुलिस द्वारा नशे के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि नशे के पूर्ण उन्मूलन हेतु शुरू की गई इस मुहिम के तहत सर्वप्रथम जनपद में नियुक्त 2500 पुलिसकर्मियों को खुद नशा न करने तथा नशें के उन्मुलन हेतु सभी सार्थक प्रयास करने की शपथ दिलायी गयी जिससे इस मुहिम को सफल बनाया जा सके। इस दौरान महोदय द्वारा उपस्थित लोगों को नशे के उन्मूलन हेतु निम्न पहलुओं से अवगत कराया गया।
1- कोई भी मेडिकल स्टोर संचालक बिना चिकित्सीय परामर्श के किसी भी व्यक्ति को नशीली दवाओ का विक्रय न करें, साथ ही कोई भी हार्डवेयर स्टोर संचालक किसी नाबालिक व्यक्ति को कोई ऐसा सोल्युशन या वस्तु, जो नशे के तौर पर इस्तेमाल की जा सके, न बेचे।
2-जनपद पुलिस का मिशन, ड्रग्स के विरूद्व चलाई जा रही इस मुहिम को हर घर तक पंहुचाते हुए लोगों को नशें के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक कर उन्हे अपनी इस मुहिम में शामिल करना है, जिससे नशे को जड़ से खत्म किया जा सके। साथ ही उपस्थित लोेगों से अपेक्षा की गई कि नशीली वस्तुओं के विक्रय के सम्बन्ध में कोई भी जानकारी प्राप्त होने पर उसे पुलिस के साथ साझा करें, जिससे नशा तस्करों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की जा सके।
3- जनपद पुलिस द्वारा अब तक नशे के गिरफ्त में आये लगभग 7500 व्यक्तियों/ युवाओं को चिह्नित करते हुए लगभग 7000 व्यक्तियों/ युवाओं की काउंसलिंग की गई है। पुलिस द्वारा युवाओं की काउंसलिंग हेतु डाक्टर , मनोचिकित्सक, रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओ तथा बच्चों के अभिभावकों की सहायता ली जा रही है तथा माह में कम से कम दो बार ऐसे व्यक्तियों /युवाओं की काउंसलिंग की जा रही है तथा सप्ताह में दो बार उनके घर जाकर अथवा टेलीफोन के माध्यम से उनके अभिभावको से सम्पर्क कर उनके अन्दर आ रहे परिवर्तन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की जा रही है। इसके अतिरिक्त जनपद पुलिस द्वारा नशे की तस्करी / बिक्री में लिप्त लगभग 1300 व्यक्तियों को चिह्नित करते हुए उनके विरूद्व प्रभावी कार्यवाही की जा रही है।
4- प्रायः देखने में आया है कि युवा शौक के तौर पर नशे की शुरूआत करते है तथा धीरे- धीरे इसके आदि हो जाते है तथा नशे की पूर्ति के लिए अपराध की ओर अपने कदम बढाते हैं। चोरी, नकबजनी, लूट आदि की अधिकतर घटनाओं में नशे के आदी व्यक्ति संलिप्त पाये गये है, साथ ही नशे के आदी नाबालिक युवको द्वारा भी अपने नशे के शौक की पूर्ति के लिए चोरी, लूट आदि की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, जो एक चिंतनीय स्थिति है।
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय द्वारा उपस्थित व्यापार मण्डलों के पदाधिकारियों को नशा न करने तथा नशे के उन्मूलन के लिए आगे आते हुए अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करने की शपथ दिलायी गयी। इस दौरान व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों द्वारा नशे के उन्मुलन हेतु जनपद पुलिस को अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करने तथा नशें के विरूद्व जागरूकता हेतुु दिलायी गई उक्त शपथ को पूरे प्रदेश में व्यापार मण्डल की सभी 383 इकाईयों से जुडे पदाधिकारियों तथा आगामी मेले व त्यौहारों के दौरान उनमें शामिल होने वाले आम जनमानस को दिलाये जाने का आश्वासन दिया गया, साथ ही जनपद पुलिस द्वारा चलायी जा रही इस मुहिम की प्रशंसा की।
उक्त कार्यक्रम के दौरान श्रीमती सरिता डोभाल (पुलिस अधीक्षक नगर), श्री नरेन्द्र पंत (क्षेत्राधिकारी नगर) तथा जनपद के विभिन्न स्थानों से आये व्यापार मण्डल के पदाधिकारी मौजूद रहे।