गैरसैंण।स्थाई राजधानी गैरसैंण संयुक्त संघर्ष समिति ने आंदोलनकारी जसवंत सिंह बिष्ट की जबरन गिरफ्तारी को लेकर उप जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में जसवंत सिंह बिष्ट को कोर्ट की अवमानना के एवज में जेल भेजने की निंदा की गई।आंदोलनकारियों ने परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया।
स्थाई राजधानी गैरसैंण संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष श्री नारायण सिंह बिष्ट ने बताया कि 22 जून को आंदोलनकारी श्री जसवंत सिंह बिष्ट को न्यायालय के वारंट की पैरवी न होने की वजह से जबरन घर से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है । उन्होंने कहा कि 40 आंदोलनकारी पांच सालों से झूठे व फर्जी मुकदमें झेल रहे है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 21 को भराड़ीसैण में मुख्यमंत्री द्वारं स्थाई राजधानी गैरसैंण समिति के आंदोलनकारियों के सभी मुकदमे वापस लेने की घोषणा की गई थी लेकिन आज तक मुकदमा गतिमान हैं ।उन्होंने शासन प्रशासन की इस तानाशाही रवैया की घोर निंदा की।
आंदोलनकारियों ने सरकार से अपील की कि आंदोलनकारी जसवंत सिंह बिष्ट की तुरंत रिहाई की जाय।आंदोलनकारियों ने कहा कि यदि सरकार उनकी शीघ्र रिहाई नहीं करती है तो उग्र आंदोलन, धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
इस अवसर पर उमा देवी,गुड्डी देवी,चंद्रमती देवी,चैना देवी,मुन्नी देवी,देवेंद्र सिंह,राजेन्द्र सिंह, धन सिंह,राधा देवी,काशी,लक्ष्मी, के एस मेहरा,सहित कई आंदोलनकारी उपस्थित थे।