देहरादून। पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र,श्री राजीव स्वरूप ने आज पुलिस कार्यालय देहरादून में अपराध समीक्षा गोष्ठी का आयोजन किया। इस गोष्ठी में जनपद देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना/शाखा प्रभारी उपस्थित रहे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने जनपद में घटित अपराधों और पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियानों की जानकारी पुलिस महानिरीक्षक को प्रदान की।
गोष्ठी के दौरान महिला सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया। श्री स्वरूप ने विकासनगर, सहसपुर, डोईवाला और रानीपोखरी जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में संवेदनशील स्थानों की पहचान कर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने महिला अपराधों की रोकथाम को प्राथमिकता में रखते हुए, इन इलाकों में प्रभावी कदम उठाने की बात कही।
ड्रग फ्री देवभूमि 2025 के विजन को साकार करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए। सभी थाना प्रभारियों को मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अपराधियों की पहचान करने और उनकी अवैध संपत्तियों को जब्त करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही, लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने के लिए शॉर्ट मूवी, स्लोगन, एफएम रेडियो और डिजिटल होर्डिंग्स के माध्यम से अभियान चलाने की बात कही गई।
युवाओं में यातायात नियमों के पालन को लेकर सख्त दिशा-निर्देश दिए गए। श्री स्वरूप ने ड्रंक एंड ड्राइव और नाबालिगों के वाहन संचालन पर सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए। सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों और यातायात नियम तोड़ने वालों के खिलाफ दून पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियानों की सराहना करते हुए, इन्हें नियमित रूप से जारी रखने को कहा।
रात्रि गश्त और पिकेट ड्यूटी की जांच पर भी जोर दिया गया। सभी राजपत्रित अधिकारियों को रात में गश्त करते हुए पिकेट ड्यूटी की जांच करने और क्षेत्राधिकारियों को अपने-अपने सर्किल में रात्रि ठहराव कर पुलिस व्यवस्थाओं का जायजा लेने के निर्देश दिए गए। सर्दियों के मौसम में बढ़ने वाली आपराधिक गतिविधियों को देखते हुए सतर्कता बनाए रखने की हिदायत दी गई।
जनपद में बाहरी प्रदेशों से आने वाले व्यक्तियों और औद्योगिक क्षेत्रों में बड़े वाहनों के चालकों तथा सहायकों का शत-प्रतिशत सत्यापन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। इससे आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकेगा।
अंत में, पुलिस महानिरीक्षक ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के नेतृत्व क्षमता की सराहना की। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को बेसिक पुलिसिंग पर ध्यान केंद्रित करने और जनसुविधाओं को प्राथमिकता देने की सलाह दी।
गोष्ठी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक नगर/ग्रामीण, यातायात अधिकारी, समस्त क्षेत्राधिकारी और थाना/शाखा प्रभारी मौजूद रहे।