विकासनगर।जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता का जब सरकार से भरोसा टूट जाता है तो जनता को भरोसा होता है कि राजभवन से न्याय मिलेगा, लेकिन न्याय मिलना तो दूर, राज भवन सचिवालय द्वारा एक- दो महीने तक आवेदन पत्रों को इकट्ठा किया जाता है तब जाकर कहीं जनता के आवेदन पत्रों को संबंधित विभागों को भेजा जाता है । यानी राजभवन के अधिकारी महीनों तक आवेदन पत्रों पर कुंडली मारे बैठे रहते हैं।कई मामलों में अधिकारी तब पत्र अग्रसारित करते हैं जब उनसे उन आवेदन पत्रों पर हुई कार्रवाई का ब्यौरा मांगा जाता है।
नेगी ने कहा कि प्रतिवर्ष राज भवन पर करोड़ों रुपए बहाया जाता है, लेकिन बावजूद इसके, जनता के आवेदन पत्रों का सही समय पर प्रेषण न करना/ ई-मेल चेक न करना राजभवन की नकारा कार्य प्रणाली को दर्शाता है। जनता इस उम्मीद में रहती है कि उनके आवेदन पत्रों पर कार्रवाई हो रही है, लेकिन उनको क्या मालूम कि उनकी पत्रावलियां राज भवन में ही दम तोड़ रही हैं ।वैसे भी प्रदेश में जनता की सुनने वाला कोई नहीं है ।मोर्चा गवर्नर साहब से मांग करता है कि जनता के दुख- दर्द पर संवेदनशील बने।
पत्रकार वार्ता में -दिलबाग सिंह व सुशील सुशील भारद्वाज -मौजूद थे