देहरादून।केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के हल्द्वानी में स्थित स्वामी राम कैंसर अस्पताल के विस्तारीकरण को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इसके अंतर्गत वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने परिसर में 44 पेड़ों के कटान की अनुमति प्रदान कर दी है, जिससे अस्पताल के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया है। अस्पताल का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा, और इसका उद्देश्य कैंसर रोगियों को एक ही स्थान पर सम्पूर्ण जांच और उत्कृष्ट उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराना है, जिससे उन्हें अन्य शहरों की ओर उपचार के लिए नहीं जाना पड़ेगा।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि राज्य कैंसर संस्थान की स्थापना के लिए 103.6565 करोड़ रुपये की परियोजना स्वीकृत की गई थी। इसके अंतर्गत वर्ष 2021 में 69 करोड़ रुपये राज्य सरकार को जारी किए गए थे। राज्य सरकार ने 152 पदों को स्वीकृत किया है, और 255 अन्य पदों की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इस परियोजना के तहत अस्पताल का निर्माण कार्य दो चरणों में पूरा किया जाएगा।
पहले चरण में वार्ड ब्लॉक और सर्विस ब्लॉक का निर्माण जल्द शुरू होगा। अस्पताल में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए उच्चस्तरीय मशीनों की खरीद प्रक्रिया चल रही है।
दूसरे चरण में डायग्नोस्टिक ब्लॉक, न्यूक्लियर मेडिसिन ब्लॉक, प्रिवेंटिव ऑनकोलॉजी और अन्य विशेष व सुपर स्पेशियलिटी विभागों की स्थापना की जाएगी। यहां कुल 31 विभाग होंगे, जिनमें कैंसर की जांच और उपचार के लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। सीटी स्कैन, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड जैसी जांचें रेडियोलॉजी विभाग में होंगी। इसके अलावा, ब्लड बैंक, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री लैब भी स्थापित की जाएंगी।
अस्पताल में रोगियों और उनके तिमारदारों के लिए रैन बसेरा की भी सुविधा होगी, जिसमें 141 शैय्याएं उपलब्ध होंगी। इस अस्पताल के निर्माण के बाद कैंसर रोगियों को एक ही जगह पर सभी प्रकार की जांच और थैरेपी उपलब्ध होगी, जिससे उन्हें अन्य शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा।
हल्द्वानी के 1.75 हेक्टेयर वन भूमि में निर्मित परिसर का नियमितीकरण राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी को करने के लिए केंद्र सरकार ने 22 सितंबर 2022 को मंजूरी दी थी। इसके बाद अब 44 वृक्षों के कटान की अनुमति भी मिल गई है, जिससे अस्पताल के विस्तारीकरण का काम तेजी से शुरू किया जा सकेगा।
यह परियोजना राज्य सरकार के साथ मिलकर चल रही है, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का विशेष योगदान रहा है।