देहरादून। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के गंभीर आरोप में ग्राम विकास अधिकारी रामपाल को सतर्कता अधिष्ठान ने 27 सितंबर 2024 को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी थाना सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देहरादून में पंजीकृत मुकदमा संख्या 06/2020 के तहत हुई, जिसमें धारा 13(1)ई सपठित धारा 13 (2) PC Act-1988 एवं धारा 13(1) बी सपठित धारा 13 (2) PC Act-1988 संशोधित अधिनियम 2018 के अंतर्गत जांच की जा रही थी।
जांच के दौरान यह सामने आया कि रामपाल ने 01 जनवरी 2007 से 31 दिसंबर 2018 तक की अवधि में अपने वैध आय स्रोतों से कुल 1,50,52,159 रुपये की आय अर्जित की, जबकि इसी अवधि में उनका कुल व्यय 6,23,32,159 रुपये था। यह व्यय उनकी आय से 4,72,80,000 रुपये अधिक पाया गया, जो कि उनकी कुल आय से 314 प्रतिशत अधिक था। जब रामपाल से उनकी अघोषित संपत्ति के स्रोतों के बारे में जानकारी मांगी गई, तो उन्होंने अपनी संपत्ति के वैध होने के संबंध में कोई तथ्यात्मक विवरण प्रस्तुत नहीं किया।
विवेचना में यह भी सामने आया कि रामपाल और उनकी पत्नी पूनम सिंह के नाम पर कई अचल संपत्तियां और वाहन पाए गए। इनमें शामिल हैं:
- हरिद्वार जनपद में विभिन्न स्थानों पर 7 भूखंड
- गाजियाबाद में एक डुप्लेक्स बिल्डिंग और एक भूखंड
- बुलंदशहर में एक भूखंड
- एक मर्सेडीज कार जिसकी कीमत 50 लाख रुपये है
- एक हुंडई कार जिसकी कीमत 24 लाख रुपये है
- तीन दोपहिया वाहन (दो एक्टिवा और एक बुलेट मोटरसाइकिल)
सतर्कता अधिष्ठान द्वारा पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर रामपाल के खिलाफ मुकदमे की विवेचना की गई, जिसमें यह पाया गया कि उनके पास आय से कई गुना अधिक संपत्ति है। इन तथ्यों के आधार पर शासन ने रामपाल के विरुद्ध सक्षम न्यायालय में अभियोजन चलाने की अनुमति प्रदान कर दी। इस प्रक्रिया के तहत 27 सितंबर 2024 को रामपाल को सतर्कता सैक्टर कार्यालय, देहरादून पर नियमानुसार हिरासत में लिया गया।
सतर्कता निदेशक डॉ. वी. मुरूगेसन ने इस सफलता के लिए टीम को नकद पुरस्कार की घोषणा की और जनता से भ्रष्टाचार के खिलाफ सतर्कता हेल्पलाइन 1064 और व्हाट्सएप नंबर 9456592300 पर सूचना देने की अपील की।