देहरादून। उत्तराखंड के हरिद्वार संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देवभूमि विकास संस्थान द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में समाज के बुद्धिजीवियों, शिक्षाविदों और वैज्ञानिकों से संवाद किया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य समाज में जनसामान्य से जुड़े विभिन्न मुद्दों और उनके समाधान के लिए निरंतर विमर्श करना था। इस अवसर पर उन्होंने ‘गंग धारा: विचारों की अविरल श्रृंखला’ नामक एक व्याख्यान माला की शुरुआत की वकालत की, जिसके माध्यम से समाज की समस्याओं पर गहराई से विमर्श किया जाएगा।
श्री रावत ने कहा कि जैसे गंगा की अविरल धारा प्राचीन काल से बिना रुके बहती आ रही है, वैसे ही ज्ञान की अविरलता भी समाज की जटिल समस्याओं का समाधान करने में निरंतर सहायक रही है। उन्होंने ऋषि-मुनियों के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि प्राचीन काल में हमारे ऋषि समाज के कल्याण के लिए अपने जीवन को समर्पित कर देते थे, और आज के वैज्ञानिक एवं शिक्षाविद भी समाज की बेहतरी के लिए शोध और अध्ययन कर रहे हैं।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने समाज में बढ़ते घरेलू विवाद, आत्महत्या की घटनाओं और युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह समय की मांग है कि हम भारतीय जीवन दर्शन और मूल्य आधारित संस्कृति को युवाओं के साथ जोड़ें। इसके साथ ही संयुक्त परिवार की प्रणाली से भी युवा पीढ़ी को परिचित कराना आवश्यक है, ताकि समाज में हो रहे इन नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सके।
श्री रावत ने कहा कि यह व्याख्यान माला गंगा की धारा की तरह निरंतर चलती रहेगी, ताकि समाज को ज्ञान के माध्यम से दिशा दिखाई जा सके और समस्याओं का समाधान मिल सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस पहल से समाज को ज्ञान रूपी रोशनी प्राप्त होगी, जो उसे विभिन्न चुनौतियों से लड़ने में मदद करेगी।
इस बैठक में राज्य के प्रमुख बुद्धिजीवी, वैज्ञानिक और शिक्षाविद शामिल थे। दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल, महापौर श्री सुनील उनियाल ‘गामा’, श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. पी. पी. ध्यानी, प्रोफेसर यशपाल सुंदरियाल, प्रो. एम.पी.एस. बिष्ट, प्रो. आर.पी. ममगाई, प्रो. रचना नौटियाल, प्रो. आर. सी. डंगवाल, प्रो. एस. पी. सती, प्रो. दीपक भट्ट, प्रो. रवि दीक्षित, प्रो. विजय श्रीवास्तव, डॉ. सुधांशु जोशी, डॉ. राजेश भट्ट, श्री सतेंद्र सिंह नेगी, उमेश रावत और विपिन जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इस महत्वपूर्ण बैठक का संचालन प्रोफेसर एच. सी. पुरोहित ने किया।