देहरादून, उत्तराखंड एसटीएफ की साइबर थाना कुमाऊं पुलिस ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के दो प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक आरोपी के खाते से करीब 1.5 करोड़ रुपये के लेनदेन का पता चला है। ये आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ऑनलाइन ट्रेडिंग का झांसा देकर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। वे फेसबुक जैसे सोशल मीडिया साइट्स पर विज्ञापन के माध्यम से पीड़ितों को ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच देकर अलग-अलग खातों में धनराशि जमा करवाते थे।
इन साइबर अपराधियों ने पीड़ितों को फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग समूहों में शामिल किया और उन्हें अधिक मुनाफे का लालच दिया। पीड़ितों से जो धनराशि जमा कराई जाती थी, उसे आरोपी फर्जी खातों में जमा करते थे। इन खातों को अन्य व्यक्तियों के नाम पर खोला गया था, जिन्हें कमीशन के आधार पर इस्तेमाल किया जाता था। अभियुक्तों ने इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल कर फर्जी लॉगिन आईडी और पासवर्ड बनाए, जिनका उपयोग धोखाधड़ी की राशि को ट्रांसफर करने के लिए किया गया।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में से एक का नाम सुनील कुमार शर्मा है, जिसने विदेश (कंबोडिया) में साइबर अपराधियों के साथ संपर्क में होने की बात कबूल की है। पुलिस ने इस मामले में चार मोबाइल फोन और पांच सिम कार्ड बरामद किए हैं, जिनका उपयोग धोखाधड़ी के लिए किया जा रहा था। जांच के दौरान यह भी पता चला कि अभियुक्तों ने कई फर्जी चालू बैंक खाते खोल रखे थे, जिनमें से एक खाते में बड़ी धनराशि का लेनदेन हुआ है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, नवनीत सिंह ने बताया कि जनता को ऐसे साइबर अपराधों से सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी भी तरह के ऑनलाइन निवेश के प्रलोभन में न आएं और फर्जी निवेश ऑफरों से बचें। किसी भी ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होने पर तत्काल पुलिस को सूचित करें।