देहरादून। इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को बढ़ावा देने के लिए देहरादून में चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की दिशा में तैयारियां तेज हो गई हैं। इस संबंध में आज मधुबन होटल, राजपुर रोड में एक आरएफपी और आउटरीच पर चर्चा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें 15 कंपनियों ने भाग लिया। इनमें से 12 कंपनियों ने ऑफलाइन जबकि 3 कंपनियों ने ऑनलाइन भागीदारी की।
इस कार्यक्रम में देहरादून में पहली बार जीरो इन्वेस्टमेंट मॉडल लागू किया गया, जिसके तहत नगर निगम क्षेत्र में ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इस मॉडल के तहत, स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे और पर्यावरण प्रदूषण तथा ग्लोबल वार्मिंग को कम करने में भी यह योजना मील का पत्थर साबित होगी।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने मौके पर उपस्थित सभी कंपनियों के प्रतिनिधियों से बातचीत की और उनकी शंकाओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि इस कार्य में प्रशासन की पूरी मदद रहेगी और कंपनियों को साइट उपलब्ध कराई जाएगी। जिलाधिकारी ने सभी कंपनियों से खुले दिल से इस परियोजना में भाग लेने की अपील की और प्रशासन की ओर से पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया।
इस अवसर पर उपस्थित कंपनियों ने देहरादून क्षेत्र में ईवी चार्जिंग प्वाइंट्स की स्थापना को लेकर अपनी रुचि दिखाई और नगर निगम के साथ पीपीपी मोड पर काम करने के लिए अपनी सहमति दी। इस कार्यक्रम में इकोप्लस एनर्जी इंडिया, ओकाया पावर ग्रुप, स्टिमुलस एडवरटाइजिंग, टाटा पावर, और गल्फ ऑयल जैसी प्रमुख कंपनियों ने भाग लिया।
जिलाधिकारी ने इस दौरान राज्य के धार्मिक, साहसिक और अवकाश पर्यटन के अवसरों का भी उल्लेख किया और कहा कि इन क्षेत्रों में नए स्टार्टअप के लिए अपार संभावनाएं हैं। देहरादून में ईवी चार्जिंग स्टेशन आईएसबीटी रोड, गांधी पार्क, मॉल ऑफ देहरादून, पैसिफिक हिल्स राजपुर रोड, अजबपुर फ्लाईओवर, और बल्लूपुर फ्लाईओवर जैसे प्रमुख स्थानों पर स्थापित किए जाएंगे।
इस कार्यक्रम में मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम गौरव कुमार, अपर नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून बीर सिंह बुदियाल , नगर मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह सिटी, उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल और निविदा सलाहकार समेत कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।