देहरादून ।आयोजित मासिक अपराध गोष्ठी के दौरान एसएसपी देहरादून ने पुलिस अधिकारियों के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की और अपराधों के अनावरण में सुधार को लेकर सख्त निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से पिछले माह के अपराध आंकड़ों पर चर्चा करते हुए बताया कि चोरी, वाहन चोरी, लूट और नकबजनी जैसे अपराधों के अनावरण में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है। एसएसपी ने इस सुधार के पीछे अपराध गोष्ठी में दिए गए निर्देशों का असर बताया, जिसमें उन्होंने थाना प्रभारियों को अपराधों की रोकथाम और उनके अनावरण में तेजी लाने के निर्देश दिए थे।
वाहन चोरी के मामलों में थाना रानीपोखरी, राजपुर और रायवाला का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा, जहां इन घटनाओं के अनावरण में बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं, कोतवाली और पटेलनगर क्षेत्र में वाहन चोरी की घटनाओं में कमी आई, जिससे इन थानों का प्रदर्शन भी सराहा गया। दूसरी ओर, वाहन चोरी के मामलों में थाना कालसी और विकासनगर का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा, जिसके चलते एसएसपी ने इन थानों के प्रभारियों को सुधार के लिए कड़े निर्देश दिए।
चोरी की घटनाओं के अनावरण में भी काफी सुधार हुआ, जहां थाना कालसी, मसूरी और रायवाला ने बेहतरीन काम किया। इसके विपरीत, कोतवाली, नेहरू कॉलोनी और बसंत विहार थानों का प्रदर्शन सबसे खराब रहा, जिस पर एसएसपी ने नाराजगी जताई और संबंधित थाना प्रभारियों को सुधार लाने की सख्त चेतावनी दी।
लूट के मामलों में जनपद के 12 थानों ने शत-प्रतिशत अनावरण किया, जो कि अत्यंत सराहनीय रहा। एसएसपी ने इन थानों के प्रभारियों की प्रशंसा की और अन्य थानों को भी इसी प्रकार का प्रदर्शन करने के निर्देश दिए। वहीं, नकबजनी के मामलों में 9 थानों का प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन रायवाला और सहसपुर थानों का प्रदर्शन कमजोर रहा, जिस पर एसएसपी ने चिंता व्यक्त की और इन थानों को अपराध नियंत्रण में सुधार के लिए कहा।
यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ की गई कार्रवाई की समीक्षा में यह पाया गया कि सितंबर माह में चालान की संख्या में कमी आई है। जहां अगस्त माह में 6155 वाहनों का चालान किया गया था, वहीं सितंबर में केवल 3285 वाहनों के चालान किए गए। इस पर एसएसपी ने यातायात पुलिस को कड़ी फटकार लगाई और प्रदर्शन सुधारने की चेतावनी दी। समीक्षा के दौरान यातायात निरीक्षक ललित मोहन बोहरा और सीपीयू के संजीव त्यागी का काम सबसे बेहतर रहा, जिन्होंने सबसे ज्यादा चालान किए।
धोखाधड़ी के मामलों की समीक्षा करते हुए एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को धोखाधड़ी में लिप्त अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए, साथ ही उनकी अवैध संपत्ति को चिन्हित कर जब्तीकरण की कार्रवाई जल्द से जल्द पूरी करने के आदेश दिए। एनडीपीएस एक्ट के तहत मामलों में चल रही फाइनेंशियल जांच की समीक्षा करते हुए एसएसपी ने अभियुक्तों की संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया तेज करने और इसे प्रभावी तरीके से अंजाम देने के निर्देश दिए।
लंबे समय से लंबित मामलों की समीक्षा करते हुए एसएसपी ने संबंधित थाना प्रभारियों से उन मामलों के लंबित रहने के कारणों की जानकारी ली और उन्हें जल्द से जल्द निस्तारित करने के आदेश दिए। उन्होंने यह भी साफ किया कि अगर अनावश्यक रूप से किसी मामले की जांच को लटकाया गया तो संबंधित विवेचक और थाना प्रभारी दोनों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
एमवी एक्ट के तहत ड्रंकन ड्राइव, ओवरस्पीड और रैश ड्राइविंग के मामलों की समीक्षा के दौरान एसएसपी ने अधिक से अधिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही, सभी थानों को सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों के खिलाफ नियमित जांच अभियान चलाने और सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए।
वर्तमान में चल रहे त्योहारी सीजन के मद्देनजर, एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्रों में भीड़भाड़ वाले स्थानों, मुख्य बाजारों और सड़कों पर अधिक पुलिस बल के साथ नियमित रूप से पैदल गश्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन अभियान भी नियमित रूप से चलाया जाए। इसके अलावा, दशहरा और दीपावली को ध्यान में रखते हुए, सभी थाना प्रभारियों को पटाखा गोदामों और दुकानों की चेकिंग करने और अवैध रूप से संचालित गोदामों और दुकानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए गए। एसएसपी ने स्पष्ट हिदायत दी कि किसी भी थाना क्षेत्र में पटाखों की दुकानों को भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लगने नहीं दिया जाएगा।
इस गोष्ठी में देर रात तक अपराधों की समीक्षा और दिशा-निर्देशों का सिलसिला जारी रहा, जिसमें एसएसपी देहरादून ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले थाना प्रभारियों की पीठ थपथपाई और शिथिलता बरतने वालों को सख्त चेतावनी दी।