चमोली जिले में साइबर धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें 28 लाख रुपये की ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गैंग के एक सदस्य को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक चमोली, सर्वेश पंवार के निर्देश पर गठित टीम ने आरोपी शशि कुमार को भरतपुर, राजस्थान से गिरफ्तार कर चमोली पहुंचाया।
मामला तब उजागर हुआ जब विपिन नौटियाल, अपर सहायक अभियंता, कर्णप्रयाग ने 31 जुलाई 2024 को कर्णप्रयाग कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले उन्होंने फेसबुक पर शेयर मार्केट से जुड़े एक विज्ञापन पर क्लिक किया, जिसके जरिए उन्हें “Global Securities Official Exchange Group” नाम के एक ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप के संचालक गौरव पोंडार ने उन्हें शेयर मार्केट से मोटा मुनाफा कमाने और IPO अलॉटमेंट के जरिए लाभ कमाने का झांसा दिया। इसके बाद, एक अन्य व्यक्ति अंकित सिंह ने खुद को गौरव का असिस्टेंट बताकर विपिन को “बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड” से जुड़ी एक विशेष योजना में निवेश करने के लिए प्रेरित किया। इस योजना के तहत उन्होंने प्रारंभिक लाभ प्राप्त किया, जिससे उनका विश्वास और बढ़ गया।
धोखाधड़ी का शिकार बने विपिन ने कुछ समय बाद एक IPO में लगभग 9 लाख रुपये का निवेश किया, जिसके बाद उन्हें SATI POLY नामक कंपनी का IPO अलॉट हुआ। इसके बाद, उनसे IPO की धनराशि जमा कराने के नाम पर 28 लाख रुपये की ठगी की गई। जब विपिन को ठगे जाने का अहसास हुआ, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस जांच में आरोपी शशि कुमार का नाम सामने आया, जो उत्तर प्रदेश के शाहगंज का निवासी है। पुलिस की तकनीकी टीम ने उसकी लोकेशन राजस्थान में पाई और वहां छापा मारकर उसे गिरफ्तार किया। शशि कुमार ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने अपने एक्सेस बैंक खाते के जरिए लोगों से ठगी की, और वह गिरफ्तारी से बचने के लिए राजस्थान में छुपा हुआ था। उसने यह भी स्वीकार किया कि विपिन से ठगे गए 10 लाख रुपये उसने अपने खाते से निकालकर खर्च कर दिए थे।
अभियुक्त को राजस्थान से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर चमोली लाया गया, जहां उसे कोर्ट में पेश किया जा रहा है। पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है और गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।