रिपोर्ट: ललित जोशी / हर्षित जोशी
नैनीताल। जिले के बेतालघाट ब्लॉक के हरतोला गांव में स्थित कोकिला देवी का प्राचीन मंदिर क्षेत्र के लोगों के लिए एक अद्वितीय आस्था का केंद्र है। नैनीताल से लगभग 50 किलोमीटर दूर यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और न्यायिक मान्यताओं के कारण भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
इस मंदिर का इतिहास 1971 से जुड़ा है, जब गांव के भट्ट परिवार के सदस्य हरि दत्त भट्ट को सपने में देवी के दर्शन हुए थे। उन्होंने सपना देखा कि देवी पिथौरागढ़ के प्रसिद्ध कोर्टगाड़ी मंदिर से ज्योति स्वरूप में इस स्थान पर आना चाहती हैं। देवी ने उन्हें आदेश दिया कि वे कोर्टगाड़ी से उनकी ज्योति लाकर इस स्थान पर दीपक की स्थापना करें।
इसके बाद, गांववासियों ने सामूहिक रूप से पिथौरागढ़ से ज्योति लाने का निर्णय लिया और देवी की ज्योति को गांव लाकर एक छोटे से मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया। इस दिन से इस मंदिर में कोकिला देवी की स्थापना हुई और यह जगह भक्तों के लिए एक चमत्कारी स्थल के रूप में प्रसिद्ध हो गई।
कोर्टगाड़ी देवी न्याय की देवी मानी जाती हैं। पिथौरागढ़ के कोर्टगाड़ी मंदिर में जो लोग न्याय की उम्मीद लेकर जाते हैं, उनके लिए यह मंदिर खास है। हरतोला के इस मंदिर को भी न्याय की देवी का स्थान माना जाता है। इस मंदिर में लोग अपनी परेशानियों, विशेष रूप से कानूनी विवादों और अन्य न्यायिक समस्याओं को लेकर आते हैं, और मान्यता है कि देवी उन्हें न्याय दिलाती हैं।
यहां आने वाले भक्तों का मानना है कि देवी साक्षात न्याय की प्रतीक हैं और उनकी कृपा से सभी समस्याओं का समाधान होता है। भक्तों का यह विश्वास है कि देवी उनकी हर मनोकामना पूरी करती हैं, खासकर जब उन्हें न्याय की आवश्यकता होती है। मंदिर के पुजारी, दया किसन बेलवाल, का कहना है कि सच्चे मन से की गई प्रार्थनाएं यहां अवश्य पूरी होती हैं।
स्वामी सीताराम महाराज, जो इस मंदिर में लंबे समय तक रहे, का कहना है कि यह स्थान ध्यान और पूजा के लिए अत्यधिक उपयुक्त है। यह एक दिव्य स्थल माना जाता है, जहां व्यक्ति मानसिक शांति प्राप्त कर सकता है और अपनी समस्याओं का समाधान पा सकता है।
मंदिर में आने वाली एक भक्त, रश्मि भट्ट, बताती हैं कि यहां आने वाले हर व्यक्ति की मनोकामना पूरी होती है। चाहे वह किसी विवाद का समाधान हो या व्यक्तिगत परेशानियों का हल, इस मंदिर में देवी की कृपा सभी भक्तों पर बनी रहती है।
यह छोटा सा मंदिर अपने आप में एक महान आस्था का केंद्र बन चुका है, जहां दूर-दूर से लोग न्याय और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आते हैं।