देहरादून।दून पुलिस ने अपनी कर्तव्यनिष्ठा और मानवीय संवेदनाओं का उदाहरण पेश करते हुए एक गुमशुदा नाबालिग बालिका को उसके परिवार से मिलाकर उनकी खुशियां लौटा दीं। उत्तरकाशी से देहरादून पहुंची एक महिला, जो अपनी 12-13 वर्षीय गुमशुदा बेटी की तलाश कर रही थी, पुलिस कार्यालय की पार्किंग में परेशान हालात में मिली। दून पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) की टीम ने महिला से बातचीत की और उसकी बच्ची की जानकारी प्राप्त की।
महिला ने बताया कि उसकी बेटी पिछले महीने की 5 तारीख से घर से लापता थी और उसे ढूंढ़ने में नाकाम रही थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बच्ची की फोटो को सोशल मीडिया पर प्रसारित किया। कुछ समय बाद सूचना मिली कि बच्ची को कुछ दिनों पहले आईएसबीटी क्षेत्र में लावारिस हालत में पाया गया था और उसे बालिका शिशु निकेतन में दाखिल किया गया था।
छुट्टी का दिन होने के बावजूद CWC के सहयोग से सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की गईं, और बच्ची को उसके परिवार को सौंप दिया गया। इस दौरान पुलिस ने महिला और उसके बच्चों के ठहरने की व्यवस्था भी समर्पण संस्था में करवाई।
बच्ची को सकुशल पाकर महिला ने दून पुलिस का आभार व्यक्त किया और दिल से उनकी त्वरित सहायता के लिए धन्यवाद दिया।