देहरादून। देहरादून पुलिस कार्यालय में गढ़वाल परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक श्री करण सिंह नगन्याल द्वारा जनपद की अपराध समीक्षा गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में हत्या, लूट, डकैती जैसे जघन्य अपराधों के त्वरित खुलासे पर जनपद पुलिस की सराहना की गई। साथ ही, लम्बित मामलों को शीघ्र सुलझाने के निर्देश दिए गए।
महानिरीक्षक ने वांछित और ईनामी अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाए जा रहे अभियानों की समीक्षा की। जनपद पुलिस द्वारा इन अभियुक्तों के खिलाफ की गई कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए, फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए अतिरिक्त प्रयास करने का निर्देश दिया गया। लंबित अभियोगों के शीघ्र निस्तारण और विशेषकर महिला अपराधों के मामलों में प्राथमिकता के साथ प्रभावी साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस को निर्देशित किया गया।
महानिरीक्षक ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए संचालित निर्भया फंड और सालसा फंड के तहत पीड़िताओं को समय पर आर्थिक सहायता प्रदान करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। इसके साथ ही, वाहन और चैन लूट की घटनाओं के त्वरित खुलासे पर संतोष व्यक्त करते हुए स्ट्रीट क्राइम की रोकथाम के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया गया।
महानिरीक्षक ने वाहन चोरी की घटनाओं की समीक्षा करते हुए सभी थाना क्षेत्रों में रहने वाले बाहरी व्यक्तियों के व्यापक सत्यापन अभियान चलाने के निर्देश दिए।
महानिरीक्षक ने अपराधों की रोकथाम और अनावरण में मदद के लिए जनपद में अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगवाने पर जोर दिया। उन्होंने स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों को भी अपने घरों और प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी लगाने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए, ताकि पुलिस को निगरानी में मदद मिल सके।
महानिरीक्षक ने सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने सर्किलों में नियमित रूप से ओआर लें और लंबित विवेचनाओं का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें।
महानिरीक्षक ने सीएम पोर्टल और अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्रों पर निर्देश दिया कि इन पत्रों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण सुनिश्चित किया जाए और अनावश्यक रूप से प्रार्थना पत्रों को लंबित न रखा जाए।
गोष्ठी में सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वाले लोगों के खिलाफ जनपद पुलिस द्वारा की जा रही नियमित कार्रवाई की सराहना की गई। उन्होंने इस अभियान को निरंतर प्रभावी बनाए रखने के निर्देश दिए, ताकि कानून और व्यवस्था बनी रहे।
इस गोष्ठी में पुलिस के विभिन्न अभियानों की सफलता और आगामी चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की गई, और सभी अधिकारियों को अपराधों की रोकथाम के लिए और अधिक सक्रिय कदम उठाने के निर्देश दिए गए।