देहरादून: कांग्रेस के शीर्ष नेता और उत्तराखंड के प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी के जन्म दिवस और पुण्य तिथि के अवसर पर कांग्रेस भवन में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी ने की, जिन्होंने स्व. तिवारी जी के देश, प्रदेश और पार्टी के प्रति योगदान को याद किया।
गोगी ने कहा कि स्व. नारायण दत्त तिवारी ने उत्तराखंड राज्य के पहले मुख्यमंत्री के रूप में विभागों का ढांचा तैयार किया और अवस्थापनात्मक संरचना की मजबूत नींव रखी। उनकी सरकार ने राज्य की 900 करोड़ की वार्षिक योजना को बढ़ाकर 5000 करोड़ तक पहुंचाया। उन्होंने राज्य में औद्योगिक क्षेत्रों का विकास कर रोजगार सृजन किया, जिसे आज भी कांग्रेस के साथ-साथ विरोधी दल भी याद करते हैं।
गोगी ने यह भी उल्लेख किया कि स्व. तिवारी इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पहले छात्रसंघ अध्यक्ष रहे और 1952 में उत्तर प्रदेश की पहली विधानसभा में नैनीताल क्षेत्र से निर्वाचित हुए। वे उत्तर प्रदेश में तीन बार मुख्यमंत्री रहे और केंद्र में विदेश व वित्त मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभागों का कार्यभार संभाला। नेहरू युवा केन्द्र की स्थापना और संचालन में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
प्रदेश उपाध्यक्ष पूरन सिंह रावत ने स्व. तिवारी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे संसदीय परंपराओं के मर्मज्ञ राजनेता थे। उनकी प्रशासनिक और राजनीतिक कुशलता और निर्णय लेने की क्षमता अद्भुत थी। रावत ने उन्हें ‘विकास पुरुष’ की संज्ञा देते हुए कहा कि उनकी राजनीति हमेशा विकास की राजनीति रही।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष पूरन सिंह रावत, सावित्री थापा, सुनिल जयासवाल, जगदीश धीमान, वीरेंद्र पंवार, शकील मंसूरी, सूरज छेत्री, रामबाबू, अरविंद गुरु, हरीश मेहरा, साजिद मलिक, पूनम, शोभित थापा, मंजू चौहान, इंदु सिंह, अनुराग, अमित अरोड़ा, संदीप जैन, दीपक पवार सहित कई अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।