देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव की दिशा में “उत्कर्ष कार्यक्रम” चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यालयों को भी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करना है। इस कार्यक्रम के तहत सभी विद्यालयों में व्हाइट बोर्ड, एलईडी बल्ब, ट्यूब लाइट, फर्नीचर, और खेल सामग्री जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। जिलाधिकारी ने इस प्रोजेक्ट को दिसंबर 2024 तक पूर्ण करने की डेडलाइन तय की है।
शहर के नगर निगम सभागार में आयोजित बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार रावत ने प्रधानाचार्यों को संबोधित करते हुए कहा कि “उत्कर्ष” जिलाधिकारी की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसे सफलतापूर्वक धरातल पर उतारने में विद्यालय प्रमुखों की अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए संवाद और आधारभूत ढांचे का होना जरूरी है, जिससे शासकीय विद्यालय उत्कृष्ट शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित हो सकें।
उन्होंने प्रधानाचार्यों को विद्यालय में उच्च मानकों के साथ शिक्षा का माहौल बनाने पर जोर दिया और कहा कि शिक्षक समाज के नेता के रूप में भी काम करते हैं, खासकर जब छात्रों में नशे की प्रवृत्ति को रोकने की बात आती है।
जिला शिक्षा अधिकारी भुवनेश्वर प्रयास जदली ने प्रधानाचार्यों को विद्यालय में निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ निर्णय लेने की बात कही। उन्होंने विद्यालय पुस्तकालयों को समृद्ध बनाने और छात्रवृत्ति कार्यक्रमों में छात्रों के नामांकन पर भी ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।
बैठक में शिक्षा विभाग के विभिन्न अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों, और प्रधानाचार्यों ने शिक्षा में सुधार और बच्चों के विकास से संबंधित अपने विचार और सुझाव साझा किए।