देहरादून। उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ (एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स) ने नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 1600 नशीले इंजेक्शन बरामद किए हैं। यह बरामदगी कुमाऊं यूनिट द्वारा थाना किच्छा क्षेत्र में स्थानीय पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन के दौरान पंतपुरा तिराहे के पास से की गई। इस मामले में तस्कर वीरपाल पुत्र हरिश कुमार (29 वर्ष), निवासी शरीफ नगर, थाना देवरानियाँ, जिला बरेली को गिरफ्तार किया गया है। बरामद इंजेक्शनों में 800 BUPRENORPHINE और 800 AVIL शामिल हैं, जिनकी कीमत करीब 10 लाख रुपये से अधिक आंकी गई है। अभियुक्त से एक ऑल्टो कार (UP-25-EB-9675) भी जब्त की गई है।
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वह यह खेप बरेली के अरविंद नामक व्यक्ति से लाता था और रुद्रपुर तथा किच्छा क्षेत्र में फुटकर में ऊंचे दाम पर बेचता था। वीरपाल ने यह भी स्वीकार किया कि वह लंबे समय से नशीले इंजेक्शनों की तस्करी कर रहा है। पूछताछ के दौरान अन्य तस्करों के नाम भी सामने आए हैं, जिन पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
इस वर्ष एसटीएफ ने अब तक नशे के खिलाफ लगातार अभियान चलाते हुए 6.975 किलोग्राम स्मैक, 19.808 किलोग्राम चरस, 5.322 किलोग्राम अफीम, 300 किलोग्राम डोडा पोस्त, 37.1 किलोग्राम गांजा, 1600 प्रतिबंधित इंजेक्शन और 7 ग्राम एमडी बरामद कर 46 तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री के “ड्रग्स फ्री देवभूमि” अभियान के तहत की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ श्री नवनीत भुल्लर ने जनता से अपील की है कि नशे से दूर रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना एसटीएफ के हेल्पलाइन नंबर 0135-2656202 या 9412029536 पर दें। एसटीएफ का यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।