देहरादून। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, देहरादून में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने पूरे प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान के लिए राज्य निर्वाचन आयोग, मतदान कर्मियों और पुलिस प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी प्रशासन को पूरा सहयोग दिया। करन माहरा ने विश्वास जताया कि जनता के उत्साहपूर्ण मतदान से कांग्रेस की जीत सुनिश्चित होगी और निकायों में कांग्रेस का परचम लहराएगा।
हालांकि, माहरा ने नाराजगी जताते हुए कहा कि मतदाता सूचियों से बड़े पैमाने पर कांग्रेस समर्थकों और अन्य लोगों के नाम गायब थे, जिससे दूर-दूर से आए मतदाताओं को बिना मतदान किए वापस लौटना पड़ा। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला करार दिया और आरोप लगाया कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं व उनके समर्थकों के नाम सूचियों से हटाए गए।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और उनके परिवार का नाम राजधानी देहरादून की मतदाता सूची से गायब होना निंदनीय है और इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। यह प्रकरण दर्शाता है कि भाजपा नेताओं के इशारे पर बड़े पैमाने पर मतदाता सूचियों में हेरफेर की गई।
इसके अलावा, देहरादून के वार्ड 49 भगत सिंह कॉलोनी में पुलिस प्रशासन द्वारा विपक्ष के अभिकर्ताओं को बूथों से बाहर निकाला गया, और वार्ड 20 में फर्जी मतदान की शिकायतें आईं, जिससे मतदान में व्यवधान उत्पन्न हुआ। करन माहरा ने इसे निष्पक्ष मतदान पर सवाल उठाने वाला बताया।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश से शिकायतें मिली हैं कि कई मतदाता सूचियों से पूरे मोहल्लों के नाम गायब कर दिए गए, और पोलिंग बूथों को मतदाताओं से दूर स्थानांतरित किया गया। इससे बुजुर्गों और नए मतदाताओं को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा। करन माहरा ने इसे मतदाताओं के अधिकारों के खिलाफ साजिश करार दिया और निष्पक्ष जांच की मांग की।