लालकुआं ।देवभूमि खबर। सूबे के वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने महर्षि बाल्मीकि दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी एवं विशाल शोभायात्रा कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर विधिवत शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि महर्षि बाल्मीकि के जीवन चरित्र से भावी पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए।
वार्ड नंबर तीन स्थित हनुमान मंदिर में आयोजित बाल्मीकि जयंती के भव्य संगोष्ठी एवं विशाल शोभायात्रा कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ करते हुए राज्य के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि रामायण के रचयिता थे। उन्होंने संस्कृत में बाल्मीकि रामायण की रचना की। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व समाज बोली भाषा को लिपिबद्ध नहीं कर पाता था। उसको लिपिबद्ध करने में महर्षि बाल्मीकि का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि संस्कृत का पहला ग्रंथ ही रामायण है।
श्री पंत ने युवा पीढ़ी से आवाहन किया कि वह महर्षि वाल्मीकि के बताएं मार्ग का अनुसरण कर उनके जीवन चरित्र से प्रेरणा लें। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पंचायत अध्यक्ष रामबाबू मिश्रा ने की। जबकि विशिष्ट अतिथि के रुप में पूर्व चेयरमैन पवन चौहान और यूसी डीएफ के पूर्व चेयरमैन डॉ. मोहन सिंह बिष्ट थे। कार्यक्रम का संचालन सभासद राजकुमार सेतिया ने किया। इस मौके पर बाल्मीकि समिति के अध्यक्ष अरुण प्रकाश बाल्मीकि, वरुण प्रकाश, रतन कुमार, सोनू भारती, नरेश पाल, दीवान सिंह बिष्ट, धन सिंह बिष्ट, राहुल झिगरण, कमल पाठक, गामा गुर्जर, राधा बाल्मीकि सहित भारी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद थे।