उत्तरकाशी ।जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित ने वीडियो कॉन्फ्रेंस कक्ष में संबंधित विभागीय अधिकारियों की ग्रोथ सेंटर संबधी कार्यों को लेकर महत्वपूर्ण बैठक ली ।
जिलाधिकारी श्री दीक्षित ने कहा कि यह भी देखा जाए कि संचालित ग्रोथ सेंटरों से संबंधित क्षेत्रवासियों की आय में कितनी बढोतरी हुई है। ग्रोथ सेंटरो के उत्पादों की क्वालिटी और मार्केटिंग सुनिश्चित की जाए। ऑनलाइन मार्केटिंग पर भी ध्यान दिया जाए। इनकी ब्रांडिंग पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। एग्रीबिजनेस से जुङे ग्रोथ सेंटरों को माइक्रो फूड प्रोसेसिंग से भी जोङा जा सकता है।
उन्होंने उद्योग महाप्रबंधक को निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त तहसील क्षेत्र अंतर्गत जितने भी ग्रोथ सेंटर हैं उनको अपडेट बनाने के साथ ही अधिक से अधिक लोगों को इस क्षेत्र में लाभान्वित करने के साथ ही रोजगार प्रदान करना सुनिश्चित करेंl साथ ही ऊनी वस्त्रों में डिजाइन संबधी कार्यों के निस्पादन को लेकर अनुभवी प्रशिक्षक की नियुक्ति करें ।ताकि आत्मनिर्भर की दिशा में लोगों को प्रशिक्षण प्राप्त हो सके । कृषि, उद्योग, पर्यटन, मत्स्य, उद्यान आदि के क्षेत्र में ग्रोथ सेंटरों के क्रियान्वयन कार्यों के सम्पादन का बेहतर प्रंबधन किया जाए ।
उन्होंने कहा कि ग्रोथ सेंटर में तैयार किए जा रहे उत्पाद इतनी मात्रा में बनाए जाएं कि खरीददार वहां आकर इन उत्पादों को खरीदें। इससे किसानों और ग्रामीणों को अपने उत्पादों की अच्छी कीमत मिल सकेगी। एमएसएमई के अन्तर्गत वेबसाईट तैयार करे जहां सभी ग्रोथ सेंटरों में बनाए जा रहे उत्पादों की जानकारी आॅनलाईन उपलब्ध हो सके। प्रधानमंत्री जी ने वोकल फोर लोकल का आह्वान किया है। ग्रोथ सेंटर की परिकल्पना भी इसी सोच पर आधारित करें l ग्रोथ सेंटरों के उत्पादों के लिए बेकवर्ड और फारवर्ड लिंकेज पर सबसे अधिक ध्यान दिया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पीसी डंडरियाल, महाप्रबंधक उद्योग उत्तम कुमार तिवारी, कृषि अधिकारी गोपाल भण्डारी, सहायक निदेशक मत्स्य प्रमोद कुमार शुक्ल, पर्यटन अधिकारी प्रकाश खत्री, सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे l