- कांग्रेस-भाजपा पुराने दल चला रहे सदस्यता अभियान
- उन्होंने कहा, उत्तराखंड में अबकी बार, युवा सरकार
देहरादून। राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि राज्य में तीसरा विकल्प की तैयारी जोरो ंसे है। उन्होंने कहा कि तीसरा विकल्प सदस्यता अभियान की बजाए एमएलए जोड़ो अभियान चल रहा है। उन्होंने दावा किया कि कई चुनाव जिताऊ उम्मीदवार उनके संपर्क में हैं। तीसरा विकल्प युवाओं और महिलाओं को अधिक महत्व देगा। भावना का तर्क है कि 70 विधानसभा में उनके उम्मीदवारों को एक-एक साल तैयारी के लिए मिलेगा। इस आधार पर उनका दल 70 साल पुराना हो जाएगा। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस को चुनाव में सबक सिखाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इस बार प्रदेश में युवा सरकार हमारा उद्देश्य होगा।
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे के अनुसार 70 साल पुरानी पार्टी कांग्रेस और भाजपा के साथ ही आम और यूकेडी इन दिनों प्रदेश में सदस्यता अभियान चला रही है। मुझसे कई लोगों ने सवाल किया कि अब विधानसभा चुनाव के लिए समय कम बचा है तो आप कैसे सभी 70 सीटों पर प्रचार कर सकेंगी। उन्होंने कहा कि इसका जवाब है कि हम जन सदस्यता अभियान की बजाए एमएलए जोड़ो अभियान चला रहे हैं। हर विधानसभा सीट पर एक एमएलए उम्मीदवार होगा और उससे कहा जाएगा कि साल भर चुनाव की तैयारी करो। प्रदेश में 70 विधानसभा सीट हैं तो सभी उम्मीदवारों को एक-एक साल का वक्त मिलेगा। इस आधार पर यदि आकलन करें तो 70 एमएलए उम्मीदवारों को 70 साल मिलेंगे। हमारी पार्टी महज दो महीने पुरानी है तो वो भी अंकगणित के आधार पर 70 साल पुरानी हो जाएगी तो हो गई कांग्रेस और भाजपा से टक्कर। उन्होंने कहा कि उनके एक-एक उम्मीदवार के पास सात-आठ हजार लोगों तक पहुंच है। ऐसे में तीसरा विकल्प कांग्रेस-भाजपा को सबक सिखाने का काम कर सकता है।
समाजसेवी और तेजतर्रार नेत्री भावना पांडे ने कहा कि उन्हें रोजाना चुनाव लड़ने के इच्छुक तीन-चार उम्मीदवारों के फोन आते हैं। इनमें से कई ऐसे हैं जिन्होंने दस-बीस साल कांग्रेस या भाजपा का झंडा उठाया है, लेकिन उन्हें टिकट मिलने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि नेता अपनी सीट नहीं छोड़ते या फिर अपनी पत्नी या बेटे को दे देते हैं। इन लोगों ने पार्टी का झंडा-डंडा और दरी उठाई है। आखिर कोई कब तक इस तरह पार्टी का झंडा उठा सकता है? उन्होंने कहा कि इस बार देवभूमि बचाओ, युवा बचाओ और बेटी बचाओ अभियान चलेगा।
भावना पांडे ने कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा और कांग्रेस से आजिज आ चुकी है। इन दलों के नेता दल-बदल और मौकापरस्त हैं। सत्ता के लिए दल बदलने वाले नेताओं के कारण बर्षाें से पाटी के लिए मेहनत करने वाले कार्यकत्र्ताओं और युवा नेताओं को आगे बढ़ने का अवसर नहंी मिलता है। वंशवाद के कारण प्रदेश की राजनीति भी प्रदूषित हो गयी है। वंशवाद को बढ़ावा देने वाले दलों को तीसरा विकल्प चुनौती देगा। उन्होंने कहा कि जनता का सहयोग और समर्थन उनको मिल रहा है। तीसरा विकल्प चुनाव मैदान में मजबूत उम्मीदवार उतारेगा। उन्होंने दावा किया कि इस बार उत्तराखंड की राजनीति में जबरदस्त बदलाव होगा और उन्हें सफलता मिलेगी।