मुख्य कोषाधिकारी व एकाउंटेंट नैनीताल को 1.20 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

Spread the love

एसीपी लाभ दिलाने की एवज में मांग रहे थे रिश्वत, सतर्कता अधिष्ठान की ट्रैप कार्रवाई में हुए गिरफ्तार

देहरादून।राज्य सतर्कता अधिष्ठान की ट्रैप टीम ने आज नैनीताल स्थित मुख्य कोषाधिकारी कार्यालय में बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य कोषाधिकारी दिनेश कुमार राणा (वित्त सेवा 2010 बैच) और एकाउंटेंट बसन्त जोशी को 1,20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। ये रिश्वत एसीपी (एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन) लाभ दिलाने के एवज में मांगी जा रही थी।

शिकायतकर्ता ने जनपद न्यायाधीश नैनीताल को प्रार्थना पत्र देकर जानकारी दी थी कि नैनीताल न्यायालय में कार्यरत कई वैयक्तिक सहायकों से एसीपी लाभ की फाइलों में हस्ताक्षर व एरियर दिलाने के लिए 30-30 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही है। मामले में जिला जज ने प्रथम अपर जिला जज हल्द्वानी की अध्यक्षता में एक समिति गठित की थी, जिसमें कोषाधिकारी दिनेश राणा भी सदस्य थे। समिति की रिपोर्ट पर हस्ताक्षर के बाद जब फाइलें कोषाधिकारी को भेजी गईं, तब रिश्वत की मांग शुरू हुई।

शिकायत के आधार पर सतर्कता सैक्टर हल्द्वानी द्वारा गोपनीय जांच के बाद ट्रैप टीम गठित की गई और 9 मई को की गई कार्रवाई में दोनों अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। अभियुक्तों से पूछताछ जारी है और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज कर अग्रिम जांच की जा रही है।

सतर्कता निदेशक डॉ. वी. मुरूगेसन ने इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

यदि कोई सरकारी अधिकारी/कर्मचारी पदीय कार्य में रिश्वत मांगता है या अवैध संपत्ति अर्जित करता है, तो सतर्कता अधिष्ठान की टोल फ्री हेल्पलाइन 1064 या WhatsApp नंबर 9456592300 पर निर्भीक होकर शिकायत करें।

अगर आप इस न्यूज़ का संक्षिप्त वर्जन या सोशल मीडिया पोस्ट चाहते हैं, तो बताइए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

मुख्यमंत्री धामी ने सचिवालय कर्मियों को दिया ‘जनहित में निष्ठा व सरलीकरण’ का मंत्र, सचिवालय को आधुनिक व डिजिटल बनाने की दिशा में कई घोषणाएं

Spread the love देहरादून।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने  उत्तराखंड सचिवालय संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सचिवालय कर्मियों को जनहित में संवेदनशीलता, निष्ठा और सरलीकरण से कार्य करने का मूलमंत्र दिया। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मियों की कलम से निकले शब्द केवल आदेश नहीं, बल्कि दूर-दराज़ के गांवों में बसे नागरिकों […]