देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। विजय दिवस समारोह में सीएम ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने 1971 के युद्ध में देश की अखंडता और स्वाभिमान की रक्षा करते हुए दुश्मन को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। उन्होंने कहा कि यह युद्ध स्वतंत्र भारत का स्वर्णिम अध्याय है और मानवता व न्याय की रक्षा के लिए भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों और हिंसा को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जिस बांग्लादेश को आजाद कराने के लिए भारतीय जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी, वहां सांप्रदायिक ताकतें मानवता के मूल्यों पर आघात कर रही हैं। सीएम ने कहा कि भारत शांति और सहिष्णुता का पक्षधर है, लेकिन हमारी कमजोरी समझने की भूल नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “हम धूल से फूल बनाना जानते हैं और जरूरत पड़ने पर धूल में मिलाना भी।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस युद्ध में लगभग 3,900 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए, जिनमें उत्तराखंड के 255 वीर सपूत शामिल थे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के 74 सैनिकों को उनके अदम्य साहस के लिए विभिन्न वीरता पदकों से सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले सेना को जवाबी कार्रवाई के लिए आदेश लेने की जरूरत होती थी, लेकिन अब सेना को पूर्ण स्वतंत्रता मिली है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है और विभिन्न देशों को रक्षा सामग्री निर्यात कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने घोषणा की कि शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं और वीर माताओं को राज्य परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि वीरता पदक से सम्मानित सैनिकों की अनुदान राशि में वृद्धि की गई है।
सीएम ने कहा कि उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के साथ खेलभूमि के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बेरोजगारी घटी है और प्रति व्यक्ति आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है।
समारोह में मुख्यमंत्री ने 1971 युद्ध के वीर सैनिकों और वीर नारियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड का सैन्य धाम शीघ्र लोकार्पित होने जा रहा है।
इस मौके पर शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, विधायक खजान दास, जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल, एसएसपी अजय सिंह, पूर्व सैन्य अधिकारी और वीरांगनाएं उपस्थित थीं।