देहरादून। कांग्रेस सोशल मीडिया प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी ने यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में पिछले दस वर्षों के दौरान हुई जमीनों की खरीद-फरोख्त को लेकर एसआईटी (विशेष जांच दल) से जांच की मांग की है। नेगी ने आरोप लगाया है कि यमकेश्वर क्षेत्र, जो हरिद्वार और ऋषिकेश जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों के नजदीक स्थित है, वहां पिछले एक दशक में बाहरी लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर जमीनें खरीदी गई हैं। उन्होंने चिंता जताई है कि इन सौदों के कारण स्थानीय ग्रामीणों और बाहरी लोगों के बीच कई जगहों पर टकराव की स्थिति पैदा हो रही है।
नेगी का कहना है कि यमकेश्वर ब्लॉक के कई हिस्सों में स्थानीय ग्रामीणों ने सरकारी भूमि पर कब्जे की शिकायतें की हैं, और इसको लेकर इलाके में आक्रोश पनप रहा है। उनका मानना है कि जमीन की खरीद-फरोख्त के ये मामले न सिर्फ ग्रामीणों के हितों के लिए खतरा हैं, बल्कि क्षेत्र के सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित कर रहे हैं।
नेगी ने राज्य सरकार से मांग की है कि वह इस मामले की गंभीरता को समझते हुए, एसआईटी का गठन करे और पिछले दस सालों में बाहरी व्यक्तियों द्वारा यमकेश्वर में की गई जमीन खरीद की गहन जांच कराए। उन्होंने आग्रह किया कि जो सौदे अवैध पाए जाएं, उन्हें तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की अनियमितताएं रोकी जा सकें और क्षेत्र के विकास को सही दिशा में आगे बढ़ाया जा सके।
यमकेश्वर क्षेत्र में जमीन खरीद की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने और स्थानीय निवासियों के हितों की रक्षा के लिए यह जांच जरूरी है। विकास नेगी ने कहा कि राज्य सरकार को जल्द से जल्द कदम उठाने चाहिए ताकि इस समस्या का समाधान हो सके और भविष्य में टकराव की स्थिति से बचा जा सके।