देहरादून। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने भाजपा नेताओं और उनके समर्थकों के हालिया आचरण पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में भाजपा के अराजक तत्वों द्वारा पर्वतीय क्षेत्र की जनता के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल बेहद निंदनीय है। उत्तराखंड राज्य के निर्माण में जनता के बलिदान को नजरअंदाज करना और उन्हें गाली-गलौज करना देवभूमि की संस्कृति के खिलाफ है।
करण माहरा ने हरिद्वार के खानपुर क्षेत्र में भाजपा नेताओं की आपसी गाली-गलौज, गुंडागर्दी और खुलेआम फायरिंग की घटनाओं को देवभूमि की शांति और संस्कृति के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि चार दिनों तक चलने वाले इस ड्रामे पर प्रशासन ने लापरवाही दिखाई। कांग्रेस पार्टी इन घटनाओं पर नजर बनाए रखेगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करेगी।
सरकाउन्होंने घोषणा की कि कांग्रेस पार्टी इन घटनाओं के विरोध में पूरे प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर भाजपा सरकार का पुतला दहन करेगी। इसके अगले दिन महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी।
यूसीसी को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने इसे अव्यावहारिक और असंवैधानिक करार दिया। उन्होंने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 44 पूरे देश में एक समान नागरिक संहिता की बात करता है, लेकिन इसे केवल उत्तराखंड में लागू करना राजनीतिक पैंतरेबाजी है। उन्होंने लिव-इन रिलेशन को लेकर बनाए गए प्रावधानों को देवभूमि की संस्कृति के खिलाफ बताया।
माहरा ने कहा कि यूसीसी के तहत उत्तराखंड में केवल एक वर्ष तक रहने वाले व्यक्तियों को राज्य का निवासी मानने का प्रावधान मूल निवासियों के अधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से मूल निवासियों के लिए 1950 को कटऑफ वर्ष मानने की मांग की जा रही है, लेकिन इस कानून ने उस मांग को दरकिनार कर दिया है।
करण माहरा ने यूसीसी समिति की संरचना पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें केवल एक सदस्य उत्तराखंड से है, बाकी सदस्य बाहर के हैं। यह दर्शाता है कि कानून राज्य हित में नहीं बल्कि राजनीतिक एजेंडे के तहत बनाया गया है।
इस अवसर पर कांग्रेस प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट और महानगर अध्यक्ष जसविंदर सिंह गोगी भी उपस्थित रहे।