देहरादून।पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड, श्री दीपम सेठ के निर्देशन में राज्य में “”ड्रग फ्री देवभूमि-2025” मिशन के अंतर्गत 16 दिसंबर 2024 से एक माह का विशेष नशामुक्ति अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य में मादक पदार्थों के तस्करों, बड़े नेटवर्क और पेशेवर अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कर नशे के खतरे को समाप्त करना है।
इस अभियान के तहत मादक पदार्थों के अवैध कारोबार में संलिप्त अपराधियों की सूची तैयार की जाएगी। पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वे पेशेवर अपराधियों और बड़े किंगपिन तस्करों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही करें। अपराधियों की वित्तीय जांच के साथ उनकी अवैध संपत्तियों को भी जब्त करने की योजना बनाई गई है।
पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे तस्करी मार्गों, हॉटस्पॉट क्षेत्रों और सीमावर्ती इलाकों की पहचान कर वहां पिकेट और बैरियर चेकिंग बढ़ाएं। इसके साथ ही साइबर सेल और एसओजी को भी अभियान में शामिल कर ऑनलाइन ड्रग ट्रैफिकिंग पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। अपराधियों के डोजियर तैयार कर उनकी ट्रैकिंग की जाएगी।
इस अभियान के एक हिस्से के रूप में स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों में जन-जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। छात्रों को जागरूक करने के लिए “एंटी-ड्रग क्लब” बनाए जाएंगे और वर्कशॉप, सेमिनार, रैलियां, पोस्टर और स्टिकर के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाएगी। ड्रग्स के खिलाफ अभियान को प्रोत्साहित करने के लिए सोशल मीडिया, रेडियो और टेलीविजन जैसे प्लेटफार्मों का भी उपयोग किया जाएगा।
अभियान के तहत नशा करने वालों की पहचान कर नशा मुक्ति केंद्रों में उनका इलाज और काउंसलिंग कराई जाएगी। विशेषज्ञों और मनोचिकित्सकों की मदद से नशे की लत से प्रभावित लोगों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाएगा।
राज्य पुलिस अन्य केंद्रीय एजेंसियों जैसे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, प्रवर्तन निदेशालय (ED), और आयकर विभाग के साथ समन्वय बनाकर कार्य करेगी। सीमावर्ती राज्यों और अंतरराष्ट्रीय सीमा (नेपाल) पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी ताकि नशे के अवैध कारोबार को खत्म किया जा सके।
प्रदेश स्तर पर ANTF प्रभारी एसटीएफ और जनपद स्तर पर पुलिस उपाधीक्षक (ऑपरेशन) को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। नोडल अधिकारियों के मोबाइल और हेल्पलाइन नंबरों का प्रचार-प्रसार कर आम जनता से भी सहयोग की अपील की गई है।
उत्तराखंड पुलिस ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे नशे के खिलाफ इस मुहिम में सहयोग करें। यदि किसी को मादक पदार्थों की तस्करी या उपयोग की जानकारी हो तो वह पुलिस को सूचित करें।
इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ अपराधियों पर कार्रवाई करना नहीं बल्कि समाज से नशे की लत को पूरी तरह समाप्त करना और उत्तराखंड को “नशामुक्त देवभूमि” बनाना है।