
देहरादून।उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा उत्तराखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष व राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद की अध्यक्ष रहीं स्व. श्रीमती सुशीला बलूनी ‘ताई’ की द्वितीय पुण्यतिथि पर कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक हाल में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा में जनप्रतिनिधियों, आंदोलनकारियों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने पुष्प अर्पित कर उनके संघर्ष और योगदान को याद किया।
इस अवसर पर देहरादून के मेयर सौरभ थपलियाल ने घोषणा की कि “ताई” के सम्मान में राजपुर रोड स्थित रामतीर्थ मिशन से आगे “बलूनी द्वार” का आज ही शिलान्यास किया जाएगा। इस घोषणा पर उपस्थित लोगों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया।

सम्मान परिषद के उपाध्यक्ष रविन्द्र जुगरान ने 1985 से 2023 तक ताई के सामाजिक योगदान को याद किया। जगमोहन सिंह नेगी, रामलाल खंडूड़ी और प्रदीप कुकरेती ने सरकार से मांग की कि स्वच्छ छवि व समाजसेवा करने वाली महिलाओं के लिए सुशीला बलूनी जी के नाम पर एक वार्षिक पुरस्कार प्रारंभ किया जाए।
राजपुर विधायक खजानदास ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ताई का योगदान अमूल्य है और उनकी स्मृति में शहीद स्मारक परिसर में पहाड़ी शैली में एक शेड का निर्माण कराया जाएगा, जिसके लिए उन्होंने ₹10 लाख की धनराशि स्वीकृत करने की घोषणा की। उपस्थित सभी लोगों ने उनका आभार जताया।
डॉ. जनकवि अतुल शर्मा ने आंदोलन के दिनों की यादें साझा करते हुए “लड़के लेंगे, भीड़ के लेंगे, उत्तराखंड” की पंक्तियाँ सबके साथ मिलकर गाईं।
श्रद्धांजलि सभा में स्व. सुशीला बलूनी के परिजन – उनके पुत्र विनय बलूनी, संजय बलूनी, विजय बलूनी, पुत्री शशि बहुगुणा, और बहू मधु बलूनी सहित अनेक विशिष्ट अतिथि और राज्य आंदोलनकारी उपस्थित रहे। उपस्थित प्रमुख नामों में देहरादून मेयर सौरभ थपलियाल, विधायक खजानदास, पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र जुगरान, जगमोहन सिंह नेगी, अशोक वर्मा, रामलाल खंडूड़ी, प्रदीप कुकरेती, मनमोहन कण्डवाल, डा. मुकुल शर्मा, सुशील ध्यानी, राधा तिवारी, पुष्पा रावत, विजयलक्ष्मी गुसाईं आदि शामिल रहे।